
नई दिल्ली, 19 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के डिप्टी चीफ इंजीनियर (निर्माण) आलोक कुमार सहित चार लोगों को 98 लाख 81 हजार 500 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोप है कि रेलवे अधिकारी ठेकेदार कंपनी को घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल करने की छूट देकर सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना लगा रहे थे।
सीबीआई के अनुसार, एजेंसी ने 17 नवंबर को जाल बिछाया था। डिप्टी चीफ इंजीनियर के दफ्तर के ठीक बाहर से पूरी रकम 8 अलग-अलग लिफाफों, पैकेटों और थैलियों में बंद मिली, जिन पर अलग-अलग कोड-नेम लिखे हुए थे। एजेंसी ने ऑफिस सुपरिंटेंडेंट आलोक कुमार दास को ठेकेदारों से रिश्वत लेते मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अन्य आरोपित के नाम ठेकेदार कंपनी एम/एस जेपीडब्ल्यू इंफ्राटेक के प्रोजेक्ट मैनेजर गोविंद भुल्लर उर्फ अमन भुल्लर और कर्मचारी सूरज प्रसाद है। ट्रैप के फौरन बाद डिप्टी चीफ इंजीनियर आलोक कुमार को भी हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया गया। चारों आरोपितों को बुधवार को विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने सभी को पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इसके बाद सीबीआई ने बिहार में 5, झारखंड में 1, छत्तीसगढ़ में 3 और पश्चिम बंगाल में 2 स्थानों समेत कुल 11 ठिकानों पर छापेमारी की है। तलाशी अभी जारी है। -------------
हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर