नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए मप्र हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा

युगवार्ता    19-Nov-2025
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मप्र हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा (फाइल फोटो)


- मुख्यमंत्री ने दी शहीद को श्रद्धाजंलि, बोले- छोटे भाई को नौकरी और परिवार को सरकार के नियमों के अनुसार दी जाएगी मदद

भोपाल, 19 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में नक्सलियों से मुठभेड़ में हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा शहीद हो गए हैं। एंटी नक्सल ऑपरेशन के डीजीपी पंकज श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बुधवार को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया था। तीनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र के बोर तालाब के पास नक्सलियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। पुलिस के पहुंचने पर नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। तीनों टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को गोली लग गई। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नक्सलियों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए मध्य प्रदेश हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा को विनम्र श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने निरीक्षक शर्मा के परिजन के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि नक्सल उन्मूलन के राष्ट्रीय अभियान में निरीक्षक श्री शर्मा का सर्वोच्च बलिदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने अभूतपूर्व वीरता और साहस का प्रदर्शन किया। हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की संयुक्त टीम द्वारा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के जंगलों में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी ऑपरेशन में शामिल थे। उन्हें पूर्व में भी ड्यूटी के दौरान अदम्य साहस, असाधारण बहादुरी प्रदर्शित करने के लिए भारत सरकार ने दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सलियों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए आशीष शर्मा के छोटे भाई को नौकरी दी जाएगी। हमारी सरकार परिवार को सरकार के नियमों के अनुसार मदद करेगी। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि गरीबों के साथ दुर्दांत व्यवहार करने वाले नक्सलियों और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।

मप्र हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा मूल रूप से नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में बोहानी गांव के रहने वाले थे। उनका चयन 2016 में सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ था। इससे पहले वे इंटेलिजेंस में आरक्षक के पद पर सेवाएं दे रहे थे। नक्सलियों का एनकाउंटर करने पर पुरस्कार स्वरूप मध्य प्रदेश सरकार ने आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया था। उनके शहीद होने की सूचना के बाद नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. ऋषिकेश मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप भूरिया समेत पुलिस बल शहीद निरीक्षक के घर के लिए रवाना हो गया है।

एसएसपी संदीप भूरिया ने बताया कि अभी शहीद के घर में जानकारी नहीं दी है। सिर्फ उनके भाई को बताया है, जो पार्थिव शरीर लेने बालाघाट के लिए रवाना हो गए हैं, जिसे गुरुवार सुबह नरसिंहपुर जिले के बोहानी गांव लाया जाएगा।

अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री के आने की संभावना है। इसके चलते बोहानी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के ग्राउंड में हेलीपैड बनाने के लिए कलेक्टर, एसपी समेत प्रशासन के अधिकारियों ने निरीक्षण किया है।---------------------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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