ट्रंप भड़के-एबीसी का लाइसेंस छीना जाए

युगवार्ता    19-Nov-2025
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप


वाशिंगटन, 19 नवंबर (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को वॉल्ट डिज्नी कंपनी के एबीसी नेटवर्क से संबद्ध चैनलों के प्रसारण लाइसेंस “छीन लिए जाने” की मांग की है।

मीडिया खबराें के मुताबिक ट्रंप ने यह मांग उस समय की जब एक रिपोर्टर ने उन्हें जेफरी एपस्टीन कांड से जुड़े दस्तावेजों को सार्वजनिक करने के बारे में सवाल किया। राष्ट्रपति ने एबीसी न्यूज की व्हाइट हाउस संवाददाता मैरी ब्रूस को “बेहद खराब रिपोर्टर” बताते हुए कहा, “मुझे लगता है कि एबीसी का लाइसेंस छीन लिया जाना चाहिए, क्योंकि आपकी खबरें इतनी फर्जी और गलत हैं।”

यह घटना ओवल ऑफिस में ट्रंप और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की एक बैठक के दौरान हुई। एबीसी की ब्रूस ने ट्रंप से पूछा कि वह कांग्रेस की अनुमति का इंतजार करने के बजाय 'एपस्टीन फाइल्स' स्वयं जारी क्यों नहीं कर रहे, जो कुख्यात सेक्स अपराधी जेफरी एपस्टीन से जुड़े सरकारी दस्तावेज हैं। कभी एपस्टीन के करीबी दोस्त रहें ट्रंप ने इस सवाल को “अनुशासनहीन और भयानक” करार देते हुए तत्काल रिपोर्टर पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “आपकी कंपनी, आपकी घटिया कंपनी इस धोखाधड़ी की एक अपराधी है। लोग आपकी चालाकी से सावधान हो चुके हैं।”

ट्रंप ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन (एफसीसी) के प्रमुख ब्रेंडन कार को सराहते हुए कहा, “हमारे पास एक बेहतरीन कमिश्नर हैं, जो इसकी जांच करेंगे।” कार को जनवरी में ट्रंप ने ही इस पद पर नियुक्त किया था।

राष्ट्रपति ने एबीसी पर “उनके प्रति 97 प्रतिशत नकारात्मक कवरेज” का आरोप लगाया और नेटवर्क को “विश्वसनीय नहीं” बताया।

इससे पहले भी सितंबर में उन्होंने एबीसी के एक कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता जिमी किमेल को हटाने की मांग की थी। किमेल ने कंजर्वेटिव कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या पर टिप्पणी की। हालांकि, 2017 में ट्रंप के पहले एफसीसी प्रमुख अजीत पाई ने एनबीसी का लाइसेंस रद्द करने की मांग ठुकरा दी थी। उन्हाेंने यह तर्क दिया था कि एजेंसी 'सामग्री' के आधार पर लाइसेंस रद्द नहीं कर सकती।

इस बीच चैनल की मूल कंपनी वॉल्ट डिज्नी ने इस बाबत तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।

हालांकि ट्रंप ने सोमवार को ही कहा था कि यदि सीनेट से बिल पास होकर उनके पास पहुंचा, तो वह 'एपस्टीन फाइल्स' जारी करने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर कर देंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल

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