

खंडवा, 02 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के जावर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पैठियां (मछौड़ी रैय्यत) स्थित एक मदरसे में रविवार को बड़ी मात्रा में नकली नोट बरामद हुए हैं। मस्जिद में इमाम के रूप में तैनात जुबेर पुत्र अशरफ अंसारी के कमरे में पुलिस ने तलाशी तो एक बैग में नकली नोटों के बंडल मिले, जिनकी कुल कीमत 16 लाख रुपये के आसपास होने का अनुमान है। बरामद नकली नोटों की गिनती जारी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस के अनुसार महाराष्ट्र के मालेगांव पुलिस ने बीते शुक्रवार को नकली नोटों के साथ जुबेर और उसके साथी नजीम अकम अयूब अंसारी को 10 लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। तब यह मामला मीडिया में आया था। इसके बाद जावर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक शख्स ने मीडिया रिपोर्ट्स में देखा कि दो में से एक आरोपित तो पैठियां गांव की मस्जिद का इमाम जुबेर है तो उसने इसकी सूचना जावर पुलिस को दी।
इसके बाद पुलिस पैठियां गांव पहुंची और वहां लोगों से पूछताछ की। मप्र के उच्च अधिकारियों ने महाराष्ट्र के मालेगांव पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि उन्होंने उसी जुबेर नाम के शख्स को पकड़ा है, जो पैठियां की मस्जिद का इमाम है। इसके बाद रविवार को जावर टीआई और थाने की टीम के अलावा सहित डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल सिंह चौहान, टीआई सुलोचना गहलोद ने मदरसे में आरोपित जुबेर के कमरे की तलाशी ली। सर्चिंग के दौरान इमाम जुबेर के कमरे से एक बैग मिला, जिसमें नकली नोट बरामद हुए थे।
पुलिस के अनुसार जुबेर मूल रूप से मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के हरिपुरा क्षेत्र का निवासी है। वह मदरसे की ऊपरी मंजिल पर किराए के कमरे में रहता था जबकि दूसरा आरोपित नजीम अकम अयूब अंसारी भी बुरहानपुर के रहने वाला है। ये दोनों नकली नोट लेकर मालेगांव की ओर जा रहे थे। मालेगांव तालुका पुलिस ने शुक्रवार को मुंबई-आगरा हाइवे पर होटल एवन के पास जाल बिछाकर दोनों आरोपितों को दबोच लिया था। तलाशी में नकली नोटों के बंडल बरामद किए। जांच के दौरान दोनों के पास से 500 रुपये मूल्य के 2000 के नकली नोट (कुल 10 लाख रुपये), दो मोबाइल हैंडसेट जब्त किया था। नोटों की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि वे पूरी तरह से नकली हैं। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराओं 179, 180 और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर दोनों को आठ दिन की रिमांड में लिया है।
खंडवा के जिला पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह का कहना है कि यह मामला अंतरराज्यीय फर्जी नोट गिरोह से जुड़ा हो सकता है। महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर खंडवा पुलिस पूरे नेटवर्क को ट्रेस करने में जुटी है।_____________
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर