“रूस-चीन संबंध इतिहास के सर्वश्रेष्ठ दौर से गुजर रहे हैं”: पुतिन

युगवार्ता    20-Nov-2025
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन


मॉस्को, 20 नवंबर (हि.स.)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जाेर देकर कहा है इस समय रूस-चीन संबंध ”अपने इतिहास के सर्वश्रेष्ठ दौर” से गुजर रहे हैं।

चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ क्रेमलिन में हुई एक बैठक के दौरान पुतिन ने यह बात कही।

रूसी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को 'एक्स' पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि दाेनाें नेताओं के बीच बैठक के दाैरान पुतिन ने कहा कि द्विपक्षीय साझीदारी और रणनीतिक सहयोग का नया युग शुरू हाे चुका हैै।

पाेस्ट के मुताबिक चीन के प्रधानमंत्री के साथ 18 नवंबर को हुई इस बैठक में पुतिन ने कहा, “रूस-चीन के बीच व्यापक साझीदारी और रणनीतिक सहयोग के संबंध नए युग में प्रवेश कर चुके हैं और वास्तव में हम अपने संबधाें के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ दौर से गुजरने का अनुभव कर रहे हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि ये संबंध समानता, पारस्परिक लाभ और एक-दूसरे के मूल हितों से जुड़े मुद्दों पर सहयाेग पर आधारित हैं, जाे किसी तीसरे पक्ष के खिलाफ नहीं हैं।

पुतिन ने ली कियांग से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए अपनी “गर्मजोशी भरी शुभकामनाएं” पहुंचाने को कहा।

आर्थिक सहयोग पर चर्चा करते हुए पुतिन ने दाेनाें देशाे के बीच पिछले साल रिकॉर्ड स्तर के आंकड़ाें का जिक्र किया।

उन्होंने कहा, “हम अपनी दीर्घकालिक योजनाओं के अनुरूप व्यापार सहयोग को मजबूत करना जारी रखेंगे।” दाेनाें नेताओं के बीच इस वार्ता के दाैरान ऊर्जा, उद्योग, अंतरिक्ष और कृषि जैसे क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा देने पर भी सहमति बनी।

ली कियांग ने भी रूस के साथ 'पारस्परिक- लाभकारी' सहयोग विकसित करने के चीन के संकल्प को दाेहराते हुए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के तियानजिन शिखर सम्मेलन के परिणामों को लागू करने पर जोर दिया।

दोनों नेताओं ने एससीओ के माध्यम से 'खुली और गैर-भेदभावपूर्ण' वैश्विक व्यापार प्रणाली को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।

बैठक में वीजा-मुक्त यात्रा पर भी चर्चा हुई।

पुतिन ने कहा कि चीनी नागरिकों के लिए रूस यात्रा पर वीजा-मुक्त व्यवस्था जल्द ही लागू हो जाएगी, जो चीन के इस बाबत उठाए गए कदम का जवाब होगी।

इस बीच चीनी पक्ष ने भी इस बाबत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों देश उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान को बनाए रखेंगे और अर्थव्यवस्था, व्यापार, ऊर्जा, कृषि तथा बुनियादी ढांचे में सहयोग बढ़ाएंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल

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