मप्र के रायसेन में शांति, समृद्धि और विश्व बंधुता को समर्पित महाबोधी महोत्सव 29 नवंबर से

युगवार्ता    21-Nov-2025
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सांची स्तूप (फाइल फोटो)


महाबोधि महोत्सव की तैयारियां


- श्रीलंका के कलाकार लोकनृत्य एवं गायन की देंगे प्रस्तुति, भगवान बुद्ध की जीवन कथा एवं आदर्श नृत्य नाटिका के माध्यम से मंच पर होंगे जीवंतरायसेन, 21 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित बौद्ध पर्यटन स्थल सांची में मप्र संस्कृति विभाग द्वारा कलाओं में बौद्ध विचार पर एकाग्र दो दिवसीय महाबोधी महोत्सव 29 तथा 30 नवंबर को बुद्ध जम्बूद्वीप पार्क (पुराना विश्राम भवन परिसर) में आयोजित किया जाएगा।

जिला प्रशासन रायसेन एवं महाबोधी सोसायटी ऑफ श्रीलंका के सहयोग से आयोजित समारोह में प्रतिदिन सायं 6.30 बजे से प्रस्तुतियाँ संयोजित की जाएंगी। साल में एक बार होने वाले इस धार्मिक उत्सव में श्रीलंका, जापान, थाईलैंड और वियतनाम सहित कई देशों के बौद्ध अनुयायी शामिल होंगे। महोत्सव को देखते हुए सांची शहर को विशेष रूप से सजाया जा रहा है।

संस्कृति संचालक एनपी नामदेव ने शुक्रवार को बताया कि ज्ञान, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर जीवन में शांति, समृद्धि तथा विश्व के लिए बंधुता का संदेश देने वाले इस समारोह में श्रीलंका के कलाकार लोकनृत्य एवं गायन की प्रस्तुति देंगे तो नृत्य नाटिका के माध्यम से कलाकार भगवान बुद्ध की जीवन कथा एवं आदर्शों को मंच पर जीवंत करते नजर आएंगे।

उन्होंने बताया कि समारोह का शुभारंभ 29 नवंबर को सायं 6.30 बजे होगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मछुआ कल्याण एवं मत्स्य राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, सांची विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी, भोजपुर विधायक सुरेन्द्र पटवा एवं जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत सिंह उपस्थित रहेंगे।

नामदेव ने बताया कि समारोह के पहले दिन श्रीलंका की ललिता गोमरा एवं दल द्वारा श्रीलंका के लोकनृत्य एवं गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके पश्चात भोपाल के पंचशील सांस्कृतिक मंच द्वारा नृत्य एवं गायन की प्रस्तुतियाँ होंगी। शाम की ठंडी बयार में भोपाल की संघरत्ना बनकर एवं साथी भगवान बुद्ध की जीवन कथा पर केंद्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देकर भगवान बुद्ध के जीवन आदर्शों को जन-जन तक सम्प्रेषित करते नजर आएंगे।

भोपाल का द साया बैंड के कलाकार भक्ति संगीत से श्रोताओं को आह्लादित करते नजर आएंगे। समारोह के अंतिम दिन 30 नवंबर को श्रीलंका की ललिता गोमरा एवं साथी कलाकार लोकनृत्य एवं गायन के माध्यम से श्रीलंका की संस्कृति को मंच पर आविर्भूत करेंगे। समारोह की अंतिम सभा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की होगी, जहाँ सूर्यकुमार पाण्डेय (लखनऊ), स्वयं श्रीवास्तव(उन्नाव), सुमित मिश्रा(ओरछा), अभिसार शुक्ला(दिल्ली), हिमांशी बाबरा(मेरठ), मनु वैशाली(दिल्ली), दीपक शुक्ला(भोपाल) एवं चेतन चर्तित(इंदौर) कविता पाठ करेंगे।

सांची स्तूप का गौरवशाली इतिहासगौरतलब है कि सांची की इस ऐतिहासिक धरोहर का निर्माण सम्राट अशोक महान ने तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में करवाया था। यह भारत के सबसे प्राचीन बौद्ध स्मारकों में से एक है। बाद में शुंग और सातवाहन शासकों ने इसका विस्तार किया और पहली शताब्दी ईसा पूर्व में यहां के चार भव्य तोरण द्वार (प्रवेश द्वार) बनाए गए, जिन पर बुद्ध के जीवन और जातक कथाओं से जुड़ी विस्तृत नक्काशी है। सांची का यह महान स्तूप प्रेम, शांति, विश्वास और साहस का प्रतीक है और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल है।

यहां हर साल नवम्बर माह के आखिरी शनिवार-रविवार महाबोधि महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस महोत्सव की मुख्य वजह सांची स्तूप के पास स्थित चैत्यगिरि में सुरक्षित रखे भगवान बुद्ध के परम शिष्य सारिपुत्र और महामोदग्लायन के पवित्र अस्थि कलश हैं। बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यह सबसे बड़ा धार्मिक उत्सव है, क्योंकि वर्ष में एक बार, दो दिन के लिए, सूर्योदय से सूर्यास्त तक श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ इन कलशों को रखा जाता है। महोत्सव में गौतम बुद्ध के प्रमुख शिष्यों सारिपुत्र और महामोग्गलान के अस्थि कलशों को दर्शनों के लिए बाहर निकाला जाएगा। पहले दिन 29 नवंबर को सुबह 8 बजे इन्हें प्रदर्शित किया जाएगा, जबकि दूसरे दिन 30 नवंबर को पूजा-अर्चना के बाद बौद्ध भिक्षु इन अस्थि कलशों को सिर पर रखकर सांची स्तूप की परिक्रमा करेंगे। वियतनाम से आने वाला दल फूलों से मंदिर को सजाएगा।

महोत्सव और मेले की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे ने बताया कि इस वर्ष भी लगभग 300 पुलिस जवान तैनात रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था में एसडीओपी प्रतिभा शर्मा, सांची थाना प्रभारी और अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।___________

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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