तेलंगाना में 37 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

युगवार्ता    22-Nov-2025
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तेलगाना डीजीपी के सामने से


तेलंगाना पुलिस महानिदेशक शिवधर रेडडी


हैदराबाद, 22 नवंबर (हि.स.)। राज्य सरकार के दबाव और नीतियों के चलते शनिवार को 37 माओवादियों ने तेलंगाना पुलिस महानिदेशक के समक्ष अपने हथियारों के साथ सरेंडर कर दिया। इनमें माओवादियों के टॉप लीडर आज़ाद, नारायण व एर्रालू के साथ 25 महिलाएं भी हैं। डीजीपी ने इन सभी को सरकार की ओर से घोषित इनाम और प्रोत्साहन राशि और पुनर्वासित में मदद करने

का आश्वासन दिया है।

आज तेलंगाना पुलिस महानिदेशक शिवधर रेड्डी के सामने 37 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया। इन माओवादियों ने पुलिस को 303 राइफल, जी3 राइफल, एसएलआर, एके47 राइफलों के साथ बड़ी मात्रा में कारतूस और दूसरे खतरनाक हथियार सौंपे।

आत्मसमर्पण के बाद डीजीपी शिवधर रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 37 माओवादियाें ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के आह्वान पर मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया है। इन आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को इनाम, कैश और इंसेंटिव दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से पहले ही माओवादियों को भरोसा दिया था कि अगर माओवादी सरेंडर कर पब्लिक के बीच आएंगे तो राज्य सरकार उन्हें पुनर्वासित करने पर विचार करेगी और उन्हे मुख्यधारा में लाने में पूरा सहयोग देगी।

तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक ने कहा कि केंद्र सरकार ने अगले साल मार्च तक माओवादियों को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है। उसी के अनरूप तेलंगाना राज्य सरकार भी काम कर रही है। ऑपरेशन कगार के मद्देनजर बड़ी संख्या में माओवादी जंगल छोड़कर आम ज़िंदगी जी रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस साल माओवादी पार्टी के जनरल सेक्रेटरी बसवराज और सेंट्रल कमेटी के सदस्य चलपति, बालकृष्ण, गणेश, कट्टा रामचंद्र रेड्डी, कदारी सत्यनारायण रेड्डी और हिडमा सहित कई बड़े माओवादी एनकाउंटर में मारे गए हैं। चंद्रन्ना और बंदी प्रकाश ने अपनी सेहत की वजह से हथियार डाल दिए हैं।

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि आज टॉप नेताओं समेत 37 माओवादियों का सरेंडर करना उनके लिए बहुत बड़ा झटका है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ माओवादी नेता एक सप्ताह तक पुलिस के संरक्षण में रहे हैं। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि आज आत्मसमर्पण करने वालों में तीन स्टेट कमेटी मेंबर कोयला संबय्या उर्फ ​​आज़ाद, नारायण उर्फ ​​रमेश और सोमदा उर्फ ​​एर्रा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बाकी 34 माओवादी छत्तीसगढ़ के हैं। सरेंडर करने वालों में तीन डिविजनल कमेटी मेंबर, नौ रीजनल कमेटी मेंबर और 22 फोर्स मेंबर शामिल हैं। इन लोगों को तुरंत मदद के तौर पर 25 हजार रुपये दिए गए हैं। शिवधर रेड्डी ने बताया कि आजाद पर 20 लाख रुपये और अप्पास नारायण पर 20 लाख रुपये का इनाम है। इन्हें मिलाकर आज सरेंडर करने वाले सभी माओवादियों पर कुल 1.41 करोड़ रुपये का इनाम हैं। यह रकम इन्हीं लोगों को दे दी जाएगी।

पुलिस महानिदेशक ने कहा कि वर्तमान में तेलंगाना के 59 और माओवादी अभी फरार हैं। इनमें सेंट्रल कमेटी के पांच सदस्य मुप्पल्ला लक्ष्मण राव उर्फ ​​गणपति, मल्ला राजिरेड्डी उर्फ ​​संग्राम, टिप्पिरी तिरुपति उर्फ ​​देवजी, पाका हनुमंथु उर्फ ​​गणेश, बड़े चोक्का राव उर्फ ​​दामोदर शामिल हैं। इसके अलावा, स्टेट कमेटी के 10 सदस्य हैं। उन सभी से मेरा सुझाव है कि वे सभी जल्द से जल्द सरेंडर कर दें।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरेडर करने वाले तेलंगाना कमेटी के मुख्य नेता आजाद ने कहा कि स्टेट कमेटी में अभी भी मुख्य नेता हैं जो सरेंडर करना चाहते हैं। आजाद ने माओवादी पार्टी के लोगों से मुख्यधारा में आने की अपील की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव

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