
हरिद्वार, 22 नवंबर(हि.स.)। अमेरिका के स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी स्टार्टअप आरोग्यटेक ने अपना लाइफ सेविंग इक्विपमेंट, सॉफ्टवेयर ऍप्लिकेशन और लाइफ गाइड आदि तकनीक को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की को दान करने की घोषणा की है।
दरअसल, डिजिटल स्वास्थ्य और चिकित्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए यह पहल हर्षा एच और हासू पी शाह फैमिली फाउंडेशन ने की है। प्रसिद्ध उद्यमी व समाजसेवी हासू पी. शाह, हर्षा हॉस्पिटैलिटी ग्रुप के संस्थापक हैं।शनिवार काे रुड़की भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम में स्टार्टअप आरोग्यटेक ने अपने एडवांस्ड हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम काे रुड़की के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान को दान करने का ऐलान किया।
इस मौके पर शाह ने कहा कि आरोग्यटेक डॉक्टरों और इंजीनियरों की युवा और प्रतिभाशाली टीम के साथ सबसे अधिक दबाव वाली स्वास्थ्य चुनौतियों को हल करने के लिए काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में आरोग्यटेक के सह-संस्थापक और मुख्य उत्पाद और प्रौद्योगिकी अधिकारी व आईआईटी रुड़की के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के पूर्व छात्र अजय विक्रम सिंह ने कहा कि यह योगदान स्वास्थ्य सेवा नवोन्मेषकों की अगली पीढ़ी को पोषित करने की दिशा में एक छोटा कदम है जो वास्तविक दुनिया की चिकित्सा जरूरतों के साथ उन्नत तकनीक को पूरा कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि इस प्रणाली को रक्त शर्करा जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों की गैर-आक्रामक निगरानी को सक्षम करने, कैंसर की शीघ्र जांच की सुविधा देने और सामुदायिक स्तर के जीनोमिक परीक्षण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. केके पंत ने कहा कि आईआईटी रुड़की के लिए आरोग्यटेक, अजय विक्रम सिंह और हर्षा एच और हासू पी शाह फैमिली फाउंडेशन का यह योगदान का बहुत महत्वपूर्ण है। इस तरह के सहयोग स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकी और डेटा-संचालित चिकित्सा जैसे उभरते अंतःविषय क्षेत्रों में अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाने के हमारे मिशन को बढ़ाएंगे।
आईआईटी रुड़की के उप निदेशक प्रो. यूपी सिंह ने स्वास्थ्य निगरानी मंच का उद्घाटन किया और कहा कि इस तरह की पहल आईआईटी रुड़की को आगे बढ़ने और नवाचार और उत्कृष्टता में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने में मदद करती है।
इस अवसर पर डीन ऑफ रिसोर्सेस प्रोफेसर आरडी गर्ग एवं अध्यक्ष अस्पताल सलाहकार समिति प्रोफेसर आंकिक गिरी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला