
मदुरै/चेन्नई, 24 नवंबर (हि.स.)। एफआईएच हॉकी मेन्स जूनियर वर्ल्ड कप तमिलनाडु 2025 की शुरुआत से पहले सोमवार का दिन मदुरै और चेन्नई दोनों शहरों के लिए बेहद व्यस्त रहा। टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए मलेशिया, मिस्र, नामीबिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें मदुरै पहुंचीं, जबकि लंबी यात्रा के बाद न्यूजीलैंड की टीम चेन्नई पहुंची। टूर्नामेंट 28 नवंबर से शुरू होकर 10 दिसंबर तक चलेगा।
मलेशिया की टीम सबसे पहले पहुंची
2023 में 12वें स्थान पर रही मलेशियाई टीम पूल-ई में इंग्लैंड, ऑस्ट्रिया और नीदरलैंड्स के साथ रखी गई है। टीम 29 नवंबर को ऑस्ट्रिया के खिलाफ अभियान शुरू करेगी, इसके बाद 30 नवंबर को नीदरलैंड्स से और 2 दिसंबर को इंग्लैंड से मुकाबला खेलेगी।
मिस्र और नामीबिया की टीमों का आगमन
2023 में 9वें स्थान पर रही मिस्र की टीम पूल-डी बेल्जियम, स्पेन और नामीबिया के साथ रखी गई है। मिस्र का पहला मैच 28 नवंबर को स्पेन से होगा।
इसके बाद नामीबिया की टीम भी मदुरै पहुंची। पहली बार जूनियर वर्ल्ड कप खेल रही नामीबिया टीम 28 नवंबर को बेल्जियम के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी।
नामीबिया के कोच योहान वाइहे ने कहा, “हमारा स्वागत शानदार रहा। हमने कड़ी मेहनत की है और हर पल के लिए लड़ने को तैयार हैं।”
इंग्लैंड की 2016 के बाद वापसी
2016 के बाद इंग्लैंड की जूनियर टीम फिर से वर्ल्ड कप खेल रही है। पूल E में इंग्लैंड नीदरलैंड्स के खिलाफ 29 नवंबर को अभियान शुरू करेगी। कोच जॉन ब्लेब्ली ने कहा, “भारत में हॉकी खेलना अद्भुत है। आतिथ्य से हम अभिभूत हैं।”
पूल-ए में जर्मनी, कनाडा और आयरलैंड के साथ रखी गई दक्षिण अफ्रीका टीम का पहला मुकाबला 28 नवंबर को मौजूदा चैंपियन जर्मनी से होगा। कोच गाइ एलियट ने कहा कि “हमने दो साल तैयारी की है। यहाँ की ऊर्जा अद्भुत है।”
न्यूजीलैंड की टीम चेन्नई पहुंची
2009 में सर्वश्रेष्ठ (चौथा स्थान) प्रदर्शन करने वाली न्यूजीलैंड की टीम पूल-सी अर्जेंटीना, चीन और जापान में है। टीम 28 नवंबर को चीन के खिलाफ खेलेगी। कोच माइक डेलानी ने कहा, “भारत में हॉकी का माहौल शानदार है। यहां खेलना हमेशा सम्मान की बात है।”
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय