
हैदराबाद, 24 नवंबर (हि.स.)। माओवादियों की स्पेशल जोनल कमेटी ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के राज्यों के मुख्यमंत्री काे एक पत्रलिखकर तलाशी अभियान बंद करने के बाद हथियार डालने की तारीख की घोषणा करने की बात कही है। माओवादियों के इस आशय के पर्चे राज्य के खम्मम जिला सहित कई इलाकों में चिपके देखें गए हैं। माओवादियाें के इस पत्र काे लेकर अभी काेई सरकारी प्रतिक्रिया नहीं आई ह
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के स्पेशल जोनल कमेटी ने अपने आधिकारिक प्रवक्ता अनंत के नाम से एक खुला पत्र जारी किया है। इस पत्र मे उन्होने लिखा है कि, ''हम अपनी पार्टी की सेंट्रल कमेटी और पोलित ब्यूरो मेंबर कॉमरेड सोनू दादा के हाल ही में लिए गए फैसले का समर्थन करते हैं, जिसमें देश और दुनिया में बदलते हालात का अंदाज़ा लगाते हुए हथियार डालकर हथियारबंद लड़ाई को कुछ समय के लिए रोकने का फैसला किया है। सेंट्रल कमेटी मेंबर सतीश दादा और चंद्रन्ना ने भी इस फैसले का समर्थन किया था।
माओवादियाें ने अपने पत्र में लिखा है कि महाराष्ट, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के स्पेशल जोनल कमेटी भी बंदूकें छोड़ना चाहती है, लेकिन हम तीनों राज्य सरकारों से अनुरोध करते हैं कि वे हमें 15 फरवरी तक का समय दें। क्योंकि हमारी पार्टी प्रजातंत्र केंद्रीकृत के सिद्धांतों के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए हमें मिलकर इस फैसले पर पहुंचने में कुछ समय लगेगा। हमें अपने साथियों से सलाह करने और उन्हें ये सूचना व्यवस्थित तरीके से पहुंचाने के लिए समय चाहिए। इसके बाद वे हथियार डालने की तारीख का ऐलान करेंगे। यह समय मांगने का कोई और मकसद नहीं है। हम यह समय इसलिए मांग रहे हैं क्योंकि हमारे पास जल्दी से बातचीत करने का कोई और आसान तरीका नहीं है।
पत्र में माओवादियाें ने तीनाें राज्याें के मुख्यमंत्रियाें से मांग की है कि सुरक्षाबलाें को अपना अभियान रोक देनी चाहिए। हम भी पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी काेई कार्रवाई नहीं करेंगे। हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि हम अपनी सभी गतिविधि रोक देंगे।”
हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव