जकार्ता ने रेबीज संक्रमण को रोकने के लिए बिल्ली, कुत्ते और चमगादड़ के मांस पर लगाया प्रतिबंध

युगवार्ता    25-Nov-2025
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जकार्ता, 25 नवंबर (हि.स.)। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता ने रेबीज के प्रसार को रोकने के लिए कुत्ते, बिल्ली और चमगादड़ के मांस की बिक्री और उपभोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह घोषणा शहर के गवर्नर प्रमोनों आनंद ने 25 नवंबर को की, जिसे पशु अधिकार कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी जीत माना जा रहा है।

गवर्नर प्रमोनों ने सोशल मीडिया पर कहा, “मैंने ऐसा नियम हस्ताक्षरित कर दिया है जो भोजन के उद्देश्य से रेबीज फैलाने वाले जानवरों की बिक्री को प्रतिबंधित करता है।” यह कदम उस वादे के एक महीने बाद आया है जो उन्होंने पहले किया था।

नियम के अनुसार, 24 नवंबर से हस्ताक्षरित यह प्रतिबंध लागू होने से पहले छह महीने की मोहलत दी जाएगी। उल्लंघन करने वालों को लिखित चेतावनी से लेकर कारोबारी लाइसेंस रद्द तक की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

गवर्नर ने स्पष्ट किया कि प्रतिबंध जीवित जानवरों, उनके मांस या उनसे निर्मित किसी भी कच्चे या प्रसंस्कृत उत्पाद पर लागू होगा। इसके तहत ऐसे किसी भी कार्य पर रोक होगी जिसमें रेबीज फैलाने वाले जानवरों का भोजन के लिए उपयोग शामिल हो।

इंडोनेशिया उन कुछ देशों में है जहां कुत्ते और बिल्ली के मांस की बिक्री की अनुमति है, लेकिन हाल के वर्षों में इसके खिलाफ अभियान तेज हुआ है और कुछ शहरों ने स्थानीय स्तर पर प्रतिबंध भी लगाए हैं।

पशु अधिकार संगठन डॉग मीट फ्री इंडोनेशिया ने इस प्रतिबंध का स्वागत करते हुए कहा कि यह नीति “संविधान के उस मकसद से मेल खाती है जिसके तहत सभी इंडोनेशियाई नागरिकों की रक्षा की जानी चाहिए और देश को न्यायपूर्ण और सभ्य बनाया जाना चाहिए।”

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल इंडोनेशिया में कई लोग रेबीज से मरते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से मार्च 2025 में 25 मौतें दर्ज की गईं।

हालांकि मुस्लिम-बहुल इंडोनेशिया में कुत्तों को सामान्यतः अशुद्ध माना जाता है और पालतू के रूप में कम रखा जाता है, फिर भी कुछ समूहों में उनका मांस प्रचलित है। इसके अलावा, कुत्ते का मांस कई अन्य एशियाई देशों में भी सस्ते प्रोटीन स्रोत के रूप में खाया जाता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय

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