
अशेाक नगर, 25 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री तथा क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के सिटी प्लान के अंतर्गत संचालित प्रमुख विकास एवं सौंदर्यीकरण कार्यों की वर्चुअल समीक्षा की। इस बैठक में लगभग 6645.85 लाख रुपये लागत वाली विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
अशोकनगर कलेक्ट्रटे में हुई बैठक में कलेक्टर आदित्य सिंह, विधायकगण बृजेन्द्र सिंह यादव व जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, नगरपालिका अध्यक्ष नीरज मनोरिया, पूर्व विधायक जजपाल सिंह जज्जी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगरपालिका विनोद उन्नीतान ,जनप्रतिनिधि एवं संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए सभी परियोजनाओं का क्रियान्वयन उच्च गुणवत्ता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि अशोकनगर का विकास केवल भौतिक संरचना तक सीमित न रहे, बल्कि यह शहर संस्कृति, पर्यावरण और आमजनों की सुविधाओं के संतुलन का उत्कृष्ट उदाहरण बने। बैठक में जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी-अपनी परियोजनाओं की स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा प्राथमिकता वाले कार्यों पर अपने सुझाव साझा किए।
शहर के सौंदर्यीकरण में नींव का पत्थर साबित होंगी मुख्य परियोजनाएं सिधिंया ने बैठक में अशोकनगर के सुनियोजित विकास के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी। बैठक में ग्राम मोहरीराय में ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना को स्वीकृति दी गई, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1660.23 लाख रुपये होगी। यह ट्रांसपोर्ट नगर नवीन मण्डी और स्वीकृत बाईपास रोड के पास बनाया जाएगा, जिसमें लगभग 6,21,303 वर्गफुट भूमि का उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही सिंधिया ने 4.1 किलोमीटर लंबी थीम रोड परियोजना पर भी चर्चा की, जिसकी लागत 3055.30 लाख रुपये है। इस सड़क को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा, जिसमें 3डी वॉल आर्ट म्यूरल्स, सजावटी स्ट्रीट लाइटिंग, लैंडस्केपिंग, पार्किंग स्थल और ईवी चार्जिंग पॉइंट्स शामिल होंगे।
सीमाओं पर चार थीम गेट्स करेंगे पर्यटकों का स्वागत सिंधिया ने बताया कि शहर की प्रवेश पॉइंट्स पर चार थीम द्वार भी बनाए जाएंगे, जो अशोकनगर की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को प्रदर्शित करेंगे। इन गेट्स का निर्माण लगभग 509 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। गुना रोड पर राजराजेश्वर मंदिर थीम गेट, ईसागढ़ रोड पर माता बीजासन कदवाया थीम गेट, विदिशा रोड पर मां जानकी करीला धाम थीम गेट और चंदेरी रोड पर थीम गेट स्थापित किए जाएंगे। बैठक में सुझाव दिए गए कि थीम रोड बनाने के लिए साबरमती और ग्वालियर थीम गेट का उदाहरण लिया जा सकता है।
तुलसी सरोवर के सौंदर्यीकरण पर हुई गहन चर्चा बैठक में तुलसी सरोवर सौंदर्यीकरण परियोजना पर भी चर्चा हुई, जिसकी अनुमानित लागत 598 लाख रुपये हैं। इस योजना के तहत बोट क्लब, पार्क निर्माण, लाइटिंग, हॉर्टीकल्चर और पार्किंग जैसी सुविधाएँ विकसित की जाएँगी। तुलसी सरोवर के सौंदर्यीकरण से शहर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यह स्थानीय लोगों के लिए एक आकर्षक मनोरंजन स्थल बनेगा। इसी परिसर में हनुमान जी की 108 फीट ऊँची अष्टधातु प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी, जिसकी लागत 500 लाख रुपये है और इसका निर्माण जनभागीदारी मॉडल पर किया जाएगा। प्रतिमा का आधार ‘अष्ट सिद्धि’ की अवधारणा पर आधारित होगा, जो श्रद्धा और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनेगा।
सिंधिया ने बैठक में यातायात सुधार और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी। 88.32 लाख रुपये की लागत से शहर के प्रमुख मार्गों पर रेट्रो-रिफ्लेक्टराइज्ड साइन्स, रोड मार्किंग, रोड मार्कर्स और रंबल स्ट्रिप्स लगाई जाएंगी। नागरिक सुविधा के लिए गोपालगंज में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए चौपाटी बनाई गई है, जबकि पुराने बाजार क्षेत्र में मल्टीलेवल पार्किंग और ऑटो स्टैंड पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन की योजना पर कार्य जारी है। जलभराव रोकने के लिए नालों से अस्थायी अतिक्रमण हटाए गए हैं और स्थायी अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। यह कार्य बस स्टैंड–कर्बला रोड, अंबेडकर भवन–मगरदा चौराहा और एचडीएफसी चौराहा–तारासदन स्कूल मार्ग पर किया जा रहा है। साथ ही अशोकनगर शहर के शौदर्यीकरण के विकास के लिए 235 लाख रुपये की राशि प्रस्तावित की गई है।
आधुनिकता और सांस्कृतिक गौरव का संगम बने अशोकनगरबैठक के समापन पर केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के क्रियान्वयन से अशोकनगर को एक ऐसा शहर बनाने का लक्ष्य है, जो आधुनिकता, स्वच्छता और सांस्कृतिक पहचान तीनों का संगम हो। इन कार्यों का उद्देश्य केवल निर्माण नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी से एक जीवंत, सुंदर और आत्मनिर्भर अशोकनगर का निर्माण करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्यों को निर्धारित समयसीमा में, गुणवत्तापूर्ण तरीके से और पारदर्शिता के साथ पूरा किया जाए, ताकि यह योजनाएँ जनकल्याण और क्षेत्रीय विकास के नए आयाम स्थापित कर सकें।_____________
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर