
नई दिल्ली, 25 नवंबर (हि.स.)।
इथोपिया के ज्वालामुखी विस्फोट से निकली राख दिल्ली होते हुए भारत को पार कर चीन की तरफ बढ़ गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को बताया कि इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने से निकला राख का गुबार चीन की ओर बढ़ रहा है और मंगलवार की शाम साढ़े सात बजे तक भारत से दूर चला जाएगा। 10 हजार साल बाद हुए हेली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट से निकली राख के गुबार ने सोमवार को भारत में उड़ान संचालन को प्रभावित किया। एयर इंडिया ने सोमवार को सात अंतरराष्ट्रीय उड़ान निरस्त करने के बाद मंगलवार को चार घरेलू उड़ानों को भी रद्द कर दिया । इसके साथ डीजीसीए ने एडवाइजरी भी जारी की।
मौसम विभाग के मुताबिक इथोपिया के हेली गुब्बी ज्वालामुखी के फटने के बाद उठा राख का विशाल गुबार सोमवार रात करीब 11 बजे दिल्ली पहुंच गया। यह राख के बादल लाल सागर पार करके करीब 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और जैसलमेर के ऊपर से आया। फिर धीरे-धीरे ये राख बादल दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के बड़े हिस्सों में आया।
विशेषज्ञों के मुताबिक यह राख के बादल जमीन से 25,000 से 45,000 फीट की ऊंचाई पर थे। इसलिए इसका असर लोगों की सेहत पर नहीं पड़ा। लेकिन विमान की उड़ान पर जरुर इसका असर देखने को मिला।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने मीडिया को बताया कि राख के बादल चीन की ओर बढ़ रहे हैं और शाम साढ़े सात बजे तक भारतीय वायु क्षेत्र से दूर चले जाएंगे। उल्लेखऩीय है कि इथोपिया के अफार क्षेत्र में ज्वालामुखी हेली गुब्बी करीब 10 हजार साल बाद रविवार को फट गया, जिससे राख का एक बड़ा गुबार लगभग 14 किलोमीटर तक ऊपर उठा। यह राख का गुबार लाल सागर से होते हुए पूर्व की ओर अरब प्रायद्वीप और भारतीय उपमहाद्वीप की ओर फैल गया। 4500 किमी दूर फटे ज्वालामुखी की राख उच्च स्तरीय हवा से लाल सागर के पार यमन और ओमान तक और आगे अरब सागर से होते हुए पश्चिमी और उत्तरी भारत की ओर ले आयी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी