
कोलकाता, 26 नवम्बर (हि. स.)। महानगर कोलकाता एक ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है। आगामी 7 दिसंबर काे ब्रिगेड परेड ग्राउंड पर इस बार लगभग 5 लाख लोगों के सामूहिक गीता पाठ का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी सनातन संस्कृति संसद की ओर से रविन्द्र सदन में बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में घोषणा की। इस दाैरान गौरवानन्द महाराज, प्रदीप्तानन्द महाराज और निर्गुणानन्द ब्रह्मचारी उपस्थित थे।
आयोजकों ने बताया कि यह विशाल कार्यक्रम 7 दिसम्बर को ब्रिगेड परेड ग्राउंड में होगा जिसके लिए प्रशासनिक तैयारियां तेजी से चल रही हैं। आयोजन पूरी तरह धार्मिक और सामाजिक सद्भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इसे किसी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि से नहीं जोड़ा गया है। आयोजन में बिहार, असम, ओडिशा सहित अन्य राज्यों से भी लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही पड़ाेसी देश नेपाल और बांग्लादेश से भी संत तथा गीता पाठ प्रेमियों को आमंत्रण भेजा गया है।
स्वामी प्रदीप्तानन्द ने कहा कि गीता आज घर-घर का ग्रंथ बन चुकी है और युवा पीढ़ी को नैतिकता की राह पर वापस लाने में इसके संदेश अत्यंत उपयोगी हैं।
स्वामी निर्गुणानन्द ने कहा कि गीता पाठ भारतीय परम्परा का अभिन्न हिस्सा है और इसे युवाओं तक पहुंचाना समय की मांग है। उन्होंने बताया कि एक दिसम्बर को कोलकाता के दही घाट से एक हजार कलश लेकर यात्रा निकलेगी। मण्डप निर्माण से पहले भूमि पूजन किया जाएगा। पार्थ सारथि, चैतन्य और शंकराचार्य नामक तीन मंचों पर क्रमशः प्रथम, नवम और 18वां अध्याय का पाठ होगा। इस बार सामूहिक गीता पाठ के लिए समान ड्रेस कोड लागू किया गया है। महिलाओं के लिए लाल किनारी वाली साड़ी और हाथ में शंख रखा जाएगा जबकि पुरुषों के लिए पंजाबी धोती निर्धारित किया गया है। किसी प्रकार का पंजीकरण नहीं होगा और हर इच्छुक व्यक्ति आयोजन में शामिल हो सकेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानन्द जी महाराज करेंगे। मुख्य अतिथि के रूप में पद्मभूषण साध्वी ऋतंभरा उपस्थित रहेंगी। इसके साथ ही योगऋषि रामदेव बाबा, धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज विशेष आमंत्रित अतिथि होंगे।
आयोजकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ ही विशेष रूप से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आमंत्रित करने की घोषणा की है।
आयोजकों ने बताया कि इस बार पांच लाख गीता की प्रतियां हिंदी और बंगला भाषा में नि:शुल्क वितरित करने की योजना है। प्रशासनिक अनुमति की सभी प्रक्रियाएं अंतिम चरण में हैं और आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं।
---------------------
हिन्दुस्थान समाचार / गंगा