
नई दिल्ली, 26 नवंबर (हि.स.)। भारत ने राम जन्मभूमि मंदिर पर धर्म ध्वजा फहराये जाने पर आपत्ति जताने वाले पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। भारत ने कहा है कि अल्पसंख्यकों को लेकर दागदार रिकॉर्ड वाले पाकिस्तान के पास दूसरों को लेक्चर देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बुधवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में कहा कि हमने रिपोर्ट किए गऐ बयानों को देखा है और उन्हें उसी अवमानना साथ खारिज करते हैं जिसके वे हकदार हैं। एक ऐसे देश के तौर पर पाकिस्तान का अपने अल्पसंख्यकों के दमन, कट्टरता और व्यवस्थित बुरे बर्ताव का गहरा दागदार रिकॉर्ड है। ऐसे में पाकिस्तान के पास दूसरों को लेक्चर देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। खोखले उपदेश देने के बजाय पाकिस्तान के लिए बेहतर होगा कि वह अपने अंदर झांके और अपने खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड पर ध्यान दे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने सोमवार को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर पर धर्म ध्वजा फहरायी थी। किसी मंदिर पर धर्मध्वजा का फहराया जाना मंदिर निर्माण की पूर्णता का प्रतीक है। इसके बाद पड़ोसी देश ने बयान जारी कर आरोप लगाया था कि भारत अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करता है। उसने संयुक्त राष्ट्र समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बढ़ते इस्लामोफोबिया पर ध्यान देने और इस्लामिक विरासत की रक्षा करने की अपील की थी।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा