
नई दिल्ली, 26 नवंबर (हि.स.)।
नेशनल अडॉप्शन अवेयरनेस कॉन्क्लेव 2025 गुरुवार को विशाखापट्टनम में
आयोजित होने जा रहा है। इस सम्मेलन में
विशेष ज़रूरतों वाले बच्चों (दिव्यांग बच्चों) के पारिवारिक पुनर्वास पर फोकस
रहेगा। इसके साथ नीति-निर्माताओं, विशेषज्ञों और दत्तक परिवारों को एक साथ लाने पर भी ज़ोर रहेगा। इस सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय दत्तक संसाधन प्राधिकरण (कारा), आंध्र प्रदेश सरकार मिल कर रहे हैं। यह कार्यक्रम पूरे देश में मनाए जा रहे नेशनल अडॉप्शन अवेयरनेस मंथ का हिस्सा है।
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस साल कॉन्क्लेव के मुख्य विषयों में
“विशेष ज़रूरतों वाले बच्चों (दिव्यांग बच्चों) का परिवार-आधारित पुनर्वास”
पर जोर रहेगा। सरकार हर बच्चे को, खासकर दिव्यांग बच्चों को, संस्थाओं में नहीं बल्कि परिवार जैसा माहौल देने पर ध्यान दे रही है। यह काम जुवेनाइल जस्टिस एक्ट 2015 और अडॉप्शन रेगुलेशन्स 2022 के अनुसार किया जाता है। इस सम्मेलन में मंत्रालय के सचिव औऱ आंध्र प्रदेश की प्रमुख सचिव मौजूद रहेंगे।
इस मौके पर एक विशेष फिल्म “दिव्यांग बच्चों का दत्तक ग्रहण” भी लॉन्च की जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग विशेष ज़रूरतों वाले बच्चों को गोद लेने के लिए प्रेरित हों। इस सम्मेलन में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि, विशेष ज़रूरतों वाले बच्चों को गोद लेने वाले माता-पिता, गोद लेने के इच्छुक माता-पिता,
मंत्रालय और आंध्र प्रदेश सरकार के अधिकारी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों को गोद लेने वाले माता-पिता अपने अनुभव साझा करेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी