
नई दिल्ली, 26 नवंबर (हि.स.)।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को कहा कि संविधान, एक जीवंत दस्तावेज़, भारत की लोकतांत्रिक यात्रा का मार्गदर्शन करता रहेगा। संवैधानिक मूल्यों के मार्गदर्शन में राष्ट्र विकसित और आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर है। पिछले एक दशक में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया यह मानव इतिहास में एक अद्वितीय उपलब्धि है। उन्होंने यह बातें संविधान स्वीकृति की 75वीं वर्षगांठ तथा विशेष रूप से संजोकर तैयार की गई दिल्ली विधानसभा की प्रस्तुति शताब्दी–यात्रा, वीर विट्ठलभाई पटेल कॉफी टेबल बुक के अनावरण अवसर पर कही। यह विशेष पुस्तक विधान सभा के प्रथम भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष बने विट्ठलभाई पटेल के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में तैयार की गई है। इसका औपचारिक विमोचन उपराष्ट्रपति ने किया।
इस मौके पर सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि राजधानी दिल्ली को उत्कृष्टता का वैश्विक मानक स्थापित करना चाहिए। यह लंदन, वॉशिंगटन या किसी और शहर जैसा बनने की नहीं बल्कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ राजधानी के रूप में उभरे। उपराष्ट्रपति ने कॉफी टेबल बुक के विमोचन की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक भारत की विधायी यात्रा का सूक्ष्म और विश्लेषणात्मक संकलन है। प्रथम भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष विट्ठलभाई पटेल के पदार ग्रहण के शताब्दी वर्ष का स्मरण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पटेल का नेतृत्व स्वतंत्र भारत के सभी पीठासीन अधिकारियों के लिए आदर्श बना हुआ है।
यह पुस्तक इतिहास को संरक्षित करती है और आने वाली पीढ़ियों को हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और त्याग से जोड़ती है।
इस अवसर पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना एवं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री परवेश साहिब सिंह, रविन्द्र इन्द्राज सिंह तथा दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव राजीव वर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
संविधान दिवस के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए वी. के. सक्सेना ने कहा कि संविधान सभा की दूरदर्शिता ने भारत को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के लोकतांत्रिक मूल्यों की नींव दी। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस मनाना हमें इन आदर्शों के प्रति अपनी सामूहिक दृढ़ता को पुनः पुष्ट करने का अवसर देता है। दिल्ली विधानसभा के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि यह सदन लम्बे समय से नागरिकता, अधिकारों और शासन संबंधी महत्वपूर्ण विमर्श का केंद्र रहा है।
संविधान दिवस के अवसर पर उन्होंने संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल्यों को सुदृढ़ करने का आह्वान किया।
इस मौके पर
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि संविधान का प्रत्येक अक्षर भारत की आत्मा और लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार है। उन्होंने पुस्तक के प्रकाशन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह भारत की संवैधानिक यात्रा का गौरवपूर्ण दस्तावेज है, जो प्रत्येक नागरिक को गर्व से भर देता है।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि संविधान स्वीकृति दिवस का आयोजन इस ऐतिहासिक भवन में करना अत्यंत भावनात्मक और गौरवशाली क्षण है। उन्होंने कहा कि यहीं से भारत के लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक मूल्यों की अनुगूंज प्रारंभ हुई थी। उन्होंने बताया कि कॉफी टेबल बुक में भारत की लोकतांत्रिक यात्रा का सौ वर्षीय अभिलेख दुर्लभ ऐतिहासिक छवियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने बताया कि पुस्तक में दुर्लभ अभिलेखीय छायाचित्रों के माध्यम से भारत की लोकतांत्रिक यात्रा के सौ वर्ष तथा 2025 के ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस को विशेष रूप से दर्शाया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी