
वाशिंगटन 03 नवंबर (हि.स.) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इस साल मई में ऑपरेशन सिन्दूर एक बहुत ही भयावह युद्ध था जिसमें पाकिस्तान बुरी तरह से डर गया था। उसे लग रहा था कि भारत उस पर परमाणु हमला करने वाला है और इसी वजह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भयभीत होकर उनसे हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी स्वीकार किया है कि ऑपरेशन सिन्दूर के बाद पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों का सक्रिय रूप से परीक्षण करना शुरू कर दिया है।
अमेरिकी चैनल सीबीएस को दिये एक '60 मिनिट्स' साक्षात्कार में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह स्वारोक्ति की है। साक्षात्कार कर्ता नोरा ओ'डॉनेल ने उनसे युद्ध रुकवाने के लिए टैरिफ यानी आयात शुल्क को हथियार बनाने के बारे में चर्चा की तो राष्ट्रपति ट्रंप ने स्वीकार किया कि रूस यूक्रेन के मामले में यह उपाय कारगर नहीं रहा लेकिन भारत एवं पाकिस्तान के बारे में यह उपाय कारगर रहा।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा, मुझे लगता है कि इसने भारत के साथ काम किया और इसने पाकिस्तान के साथ काम किया, और इसने उन 60% देशों के साथ काम किया। मैं आपको बता सकता हूं, अगर टैरिफ और व्यापार के लिए शर्त नहीं लगाते तो मैं समझौते नहीं करवा पाता। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, भारत एवं पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुक गया- भारत हमारे साथ बहुत सारा कारोबार करता है। वे युद्ध में जा रहे थे। वे पाकिस्तान के साथ परमाणु युद्ध करने जा रहे थे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एक दिन खड़े होकर कहा, अगर डोनाल्ड ट्रम्प इसमें शामिल नहीं होते, तो कई लाखों लोग अभी मर चुके होते। यह एक बहुत भयावह युद्ध था जिसके लिए भारत तैयार था।
ट्रम्प ने कहा, वहां(पाकिस्तान में) हर जगह विमानों को मार गिराया। वह वास्तव में - यह एक बहुत भयावह युद्ध होने जा रहा था। और मैंने उन दोनों से कहा, मैंने कहा -यदि आप लोग तुरंत कोई समझौता नहीं करते हैं, तो आप अमेरिका के साथ कोई व्यवसाय नहीं करने जा रहे हैं। और वे अमेरिका के साथ बहुत बड़ा व्यापार करते हैं। और वे दोनों महान नेता थे, और उन्होंने एक समझौता किया, और उन्होंने युद्ध को रोक दिया। यह एक भयावह युद्ध होता। यह एक परमाणु युद्ध होता।
अमेरिका द्वारा अपने परमाणु हथियारों का परीक्षण शुरू करने के एलान को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान उन देशों में शामिल है जो सक्रिय रूप से परमाणु परीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने इसे अन्य देशों के बीच एक व्यापक वैश्विक प्रवृत्ति का हिस्सा बताया, जिसके कारण अमेरिका को अपने परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान सहित कई देश परमाणु परीक्षण कर रहे हैं, जबकि अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है जो ऐसा नहीं कर रहा है।
उन्होंने कहा, हम परीक्षण करेंगे क्योंकि वे परीक्षण करते हैं और दूसरे भी परीक्षण करते हैं। और निश्चित रूप से उत्तर कोरिया परीक्षण कर रहा है। पाकिस्तान भी परीक्षण कर रहा है। हम अकेले ऐसे देश हैं जो परीक्षण नहीं करते। और मैं अकेला ऐसा देश नहीं बनना चाहता जो परीक्षण न करे। हम भी दूसरे देशों की तरह परमाणु हथियारों का परीक्षण करेंगे।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि अमेरिका के पास किसी भी अन्य देश से ज़्यादा परमाणु हथियार हैं, और उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण पर चर्चा की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन बुधौलिया