इजरायली विदेश मंत्री के साथ वार्ता में जयशंकर ने गाजा शांति योजना का समर्थन किया

युगवार्ता    04-Nov-2025
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वार्ता के दौरान विदेश मंत्री


- विदेश मंत्री गिदोन सा'र ने कहा, कट्टरपंथी आतंकवाद इजराइल और भारत के लिए पारस्परिक खतरा

नई दिल्ली, 04 नवंबर (हि.स.)। इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सा'आर वर्तमान में भारत यात्रा पर हैं। आज उन्होंने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद को साझा चुनौती के रूप में स्वीकारा। विदेश मंत्री ने गाजा शांति योजना के प्रति भारत के समर्थन को दोहराया और अगले साल फरवरी में भारत में होने वाले एआई इम्पैक्ट समिट का जिक्र करते हुए कहा कि इजराइल की उपस्थिति का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।

इजराइल के विदेश मंत्री की यह पहली भारत यात्रा है। विदेश मंत्री ने उनके साथ वार्ता में अपने शुरुआती वक्तव्य में कहा कि भारत और इजराइल के बीच एक रणनीतिक साझेदारी है और हमने उच्च स्तर के विश्वास और विश्वसनीयता के साथ एक रिश्ता बनाया है। उन्होंने कहा कि दोनों राष्ट्र आतंकवाद की एक विशेष चुनौती का सामना कर रहे हैं। इसलिए आवश्यक है कि हम आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति शून्य-सहिष्णुता के वैश्विक दृष्टिकोण को सुनिश्चित करने की दिशा में काम करें।

विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात का जिक्र किया कि भारत मध्यपूर्व की स्थिति पर बहुत बारीकी से नज़र बनाये हुए है। उन्होंने बंधकों और दुर्भाग्य से जान गंवाने वालों के पार्थिव अवशेष वापस आने का स्वागत किया। साथ ही दोहराया कि भारत गाजा शांति योजना का समर्थन करता है और आशा करता है कि यह एक स्थायी और सतत समाधान का मार्ग प्रशस्त करेगी। विदेश मंत्री ने देश में उपलब्ध निवेश के अवसरों का उल्लेख किया और कहा कि भारत ने विशेष रूप से रेल, सड़क और बंदरगाह अवसंरचना, नवीकरणीय ऊर्जा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई क्षमताएँ विकसित की हैं। हमारे व्यवसाय इज़राइल में अवसरों का पता लगाने के लिए बहुत उत्सुक हैं और हम निश्चित रूप से इस पर अधिक ध्यान देना चाहेंगे।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ बैठक में इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सा'र ने कहा कि मेरा मानना ​​है कि क्षेत्रीय साझेदारी का भविष्य उज्ज्वल है। हम दक्षिण एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच संपर्क को बढ़ावा देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी आतंकवाद इजराइल और भारत के लिए पारस्परिक खतरा है। हम पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। इजराइल एक अनोखी स्थिति का सामना कर रहा है, जिसे मैं आतंकवादी राज्य कहता हूं। गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हौथी जैसे कट्टरपंथी आतंकवादी राज्यों ने पिछले दशकों में खुद को स्थापित किया है। हमारे क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए उन्हें उखाड़ फेंकना आवश्यक है। हमास आतंकवादी राज्य का उन्मूलन राष्ट्रपति ट्रम्प की योजना के केंद्र में है। हमास को निरस्त्र किया जाना चाहिए, गाजा को विसैन्यीकृत किया जाना चाहिए। हम इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा

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