
नई दिल्ली, 4 नवंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ से पहली बार 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (एफआरके) का निर्यात कोस्टा रिका के लिए किया गया।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “कुपोषण मुक्त भारत” अभियान का हिस्सा है। इसी कार्यक्रम के तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) देशभर में फोर्टिफाइड चावल का वितरण कर रहा है। अब इसका निर्यात भारत के पोषण मिशन को वैश्विक स्तर से जोड़ता है।
एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव ने इस उपलब्धि पर कहा कि फोर्टिफाइड चावल का निर्यात भारत की कृषि क्षमता और कुपोषण से लड़ने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि एपीडा आगे भी निर्यातकों को नए बाजारों में पहुंच बढ़ाने में सहयोग करेगा।
छत्तीसगढ़ राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश जैन ने कहा कि आने वाले समय में अन्य देशों को भी एफआरके का निर्यात किया जाएगा। उन्होंने एपीडा के सहयोग के लिए आभार जताया। फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (एफआरके) चावल के आटे में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व मिलाकर बनाया जाता है। इसे सामान्य चावल के साथ मिलाकर उसकी पौष्टिकता बढ़ाई जाती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर