कैलिफोर्निया, 05 नवम्बर (हि.स.)। अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी को लंबे समय बाद बड़ी राहत मिली है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लगातार जूझ रही पार्टी को कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम ने एक बड़ी राजनीतिक जीत दिलाई है।
04 नवंबर को हुए मतदान में कैलिफोर्निया के मतदाताओं ने प्रस्ताव 50 को भारी समर्थन दिया, जो न्यूसम द्वारा पेश किया गया था। यह प्रस्ताव डेमोक्रेट्स के लिए अधिक संसदीय सीटें तैयार करने की दिशा में है, ताकि रिपब्लिकन पार्टी के प्रभाव को संतुलित किया जा सके।
इस नतीजे ने न केवल न्यूसम की राष्ट्रीय राजनीतिक छवि को मजबूत किया है, बल्कि उन्हें 2026 के राष्ट्रपति चुनाव की संभावनाओं के केंद्र में ला दिया है। डेमोक्रेटिक नेताओं ने इसे “पार्टी को फिर से खड़ा करने का रोडमैप” बताया है।
दक्षिण कैरोलिना डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष क्रिस्टाले स्पेन ने कहा, “यह जीत दिखाती है कि न्यूसम काम पूरा कर सकते हैं। वे ट्रंप के खिलाफ लड़ने की हिम्मत दिखा रहे हैं, यही डेमोक्रेट्स को चाहिए।”
अब जब न्यूसम का कार्यकाल जनवरी 2027 में समाप्त होने जा रहा है, वे राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की तैयारी में हैं। वे देशभर में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे और अपनी आगामी संस्मरण पुस्तक का भी प्रचार शुरू करने वाले हैं।
सूत्रों के अनुसार, वे अब जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर खुद को एक “क्लाइमेट चैंपियन” के रूप में पेश करना चाहते हैं, ताकि ट्रंप से स्पष्ट वैचारिक अंतर दिखाया जा सके।
कैलिफोर्निया की यह जीत उस रात का हिस्सा थी जब न्यूयॉर्क, वर्जीनिया और न्यू जर्सी में भी डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
दिलचस्प बात यह है कि न्यूसम ने मतदाताओं से 15 साल पहले पारित एक कानून को अस्थायी रूप से पलटने की अपील की थी, जो गैर-दलीय आयोग को संसदीय सीमाएं तय करने का अधिकार देता था। इसके खिलाफ पूर्व गवर्नर आर्नोल्ड श्वार्जनेगर और कुछ सुधार समूह थे, लेकिन अंततः न्यूसम की जीत इतनी बड़ी रही कि मतदान समाप्त होते ही परिणाम घोषित कर दिया गया।
परिणाम घोषित होते ही गवर्नर निवास में जश्न मनाया गया। बाद में न्यूसम ने कैलिफोर्निया डेमोक्रेटिक पार्टी मुख्यालय पहुंचकर कहा - “यह डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए ऐतिहासिक रात है, एक ऐसी पार्टी जो अब आगे बढ़ रही है, पीछे नहीं।”
यह जीत न्यूसम के लिए राजनीतिक पुनरुत्थान साबित हो रही है। कुछ समय पहले तक वे कमला हैरिस जैसे नेताओं की छाया में दिख रहे थे, लेकिन अब उन्होंने खुद को राष्ट्रव्यापी डेमोक्रेटिक नेतृत्व की पहली कतार में ला खड़ा किया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय