
मुंबई, 6 नवंबर (हि.स.)। भारतीय सिनेमा और संगीत जगत से एक बार फिर दुखद खबर सामने आई है। अपनी मखमली और सुमधुर आवाज़ से लाखों दिलों में जगह बनाने वाली दिग्गज गायिका और अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित का निधन हो गया है। 71 वर्ष की आयु में उन्होंने मुंबई के नानावटी अस्पताल में अंतिम सांस ली। हालांकि उनके निधन के कारणों का आधिकारिक खुलासा अभी नहीं किया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि वे लंबे समय से बीमार चल रही थीं। उनके निधन की खबर से फिल्म और संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
संगीत की दुनिया में बचपन से शुरुआत
सुलक्षणा पंडित का जन्म 1954 में एक प्रतिष्ठित संगीत परिवार में हुआ था। उन्होंने महज 9 वर्ष की उम्र में संगीत की राह पकड़ ली थी। 1967 में उन्होंने प्लेबैक सिंगिंग की शुरुआत की और 1975 में फिल्म 'संकल्प' के प्रसिद्ध गीत 'तू ही सागर है तू ही किनारा' से उन्हें असली पहचान मिली। अपनी मखमली आवाज़ से उन्होंने 70 और 80 के दशक में अनेक हिट गाने दिए, जिनमें 'बंधे हाथ', 'उलझन', 'आंधी', और 'रजनीगंधा' जैसी फिल्मों के गीत शामिल हैं।
संगीत के महान परिवार से ताल्लुक
सुलक्षणा पंडित का संबंध भारत के महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के परिवार से था। वे उनके चाचा थे। उनके परिवार में संगीत की परंपरा रही है, उनके भाई जतिन-ललित की जोड़ी ने 90 के दशक में हिंदी फिल्म संगीत को नई ऊंचाइयां दीं, जबकि उनकी बहन विजयता पंडित भी बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री और गायिका रही हैं।
संजीव कुमार से अधूरा रहा प्रेम
सुलक्षणा पंडित की निजी जिंदगी भी कई लोगों के लिए भावनात्मक अध्याय रही। कहा जाता है कि वे अभिनेता संजीव कुमार से बेहद प्रेम करती थीं। उन्होंने उनसे विवाह का प्रस्ताव भी रखा था, लेकिन संजीव कुमार ने उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इसके बाद सुलक्षणा ने कभी शादी नहीं की और अपना पूरा जीवन अविवाहित रहकर गुज़ारा। इस अधूरे रिश्ते ने उनके जीवन पर गहरा असर छोड़ा।
मुश्किल दौर और स्वास्थ्य समस्याएं
करियर के अंतिम वर्षों में सुलक्षणा को काम मिलना बंद हो गया। उनके जीवन में आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयां बढ़ती चली गईं। उनकी बहन विजयता पंडित और बहनोई आदेश श्रीवास्तव ने उनके लिए एक भक्ति एल्बम की योजना बनाई थी, लेकिन आदेश श्रीवास्तव के निधन के बाद यह अधूरा रह गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक बार बाथरूम में गिरने से उनकी कूल्हे की हड्डी टूट गई, जिसके बाद उन्होंने चार बड़ी सर्जरी करवाईं। यही वजह रही कि वे पिछले कई वर्षों से सार्वजनिक जीवन से लगभग दूर रहीं।
फैन्स और इंडस्ट्री में शोक की लहर
उनके निधन की खबर सामने आते ही सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले भावुक हो उठे। कई फैन्स ने उनके सदाबहार गीतों को शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इंडस्ट्री के दिग्गजों ने भी उन्हें संगीत की एक अनमोल विरासत बताया, जिन्होंने अपनी आवाज़ से हिंदी सिनेमा को नई ऊंचाइयां दीं। सुलक्षणा पंडित भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी मधुर आवाज़ और दिल को छू लेने वाले गीत हमेशा भारतीय संगीत प्रेमियों के दिलों में गूंजते रहेंगे। ---------------
हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश चंद्र दुबे