
खैरागढ़/रायपुर, 06 नवंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में आज लंबे समय से फरार चल रही 17 लाख रुपये की इनामी हार्डकोर महिला नक्सली कमला सोरी उर्फ उंगी उर्फ तरूणा (30 वर्ष) ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
आत्मसमर्पण के बाद कमला सोड़ी को छत्तीसगढ़ शासन की नीति के तहत ₹50हजार की प्रोत्साहन राशि तत्काल प्रदान की गई। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र (गोंदिया जिला) और मध्य प्रदेश की पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर कुल 17 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के आज दी गई जानकारी के अनुसार ग्राम अरलमपल्ली, थाना दोरनापाल, जिला सुकमा की निवासी कमला सोरी वर्ष 2011 से प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की सदस्य रही है। वह माड़ डिवीजन, बस्तर एमएमसी (मध्य प्रदेश–महाराष्ट्र–छत्तीसगढ़) जोन की सक्रिय सदस्य थी और एमएमसी जोन प्रभारी रामदर की टीम की प्रमुख सदस्य के रूप में काम करती थी। इस दौरान उसने कई हिंसक वारदातों में भूमिका निभाई और पुलिस बलों पर हमले की योजनाओं में भी शामिल रही।
पुलिस अधीक्षक पुलिस अधीक्षक लक्ष्य शर्मा ने कहा कि यह आत्मसमर्पण शासन की नीतियों और सुरक्षा बलों की निरंतर कोशिशों का नतीजा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कमला सोरी का यह कदम उन अन्य नक्सलियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा जो अभी भी जंगलों में सक्रिय हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा