जनस्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सक्रिय और जन-केंद्रित दृष्टिकोण आवश्यक : जाधव

युगवार्ता    07-Nov-2025
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आयुष मंत्रालय


नई दिल्ली, 07 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि जनस्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सक्रिय और जन-केंद्रित दृष्टिकोण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आधुनिक ऑन्कोलॉजी और आयुष प्रणालियों के एकीकृत मॉडल जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार ला सकते हैं, विशेषकर समाज के कमजोर वर्गों के लिए ये वरदान साबित हो रहा है।

आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि भारत में बढ़ते समन्वित कैंसर देखभाल नेटवर्क मंत्रालय की प्रमाण-आधारित, रोगी-केंद्रित समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि उत्कृष्टता केंद्रों, अनुसंधान प्लेटफॉर्मों और टाटा मेमोरियल सेंटर, आर्य वैद्य शाला, एम्स और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ साझेदारी से नए उपचार संबंधी अनुसंधान, लक्षण प्रबंधन और रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।

आयुष मंत्रालय समन्वित कैंसर देखभाल को उत्कृष्टता केंद्रों के माध्यम से विस्तारित कर रहा है, जिनमें मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर का इंटीग्रेटिव केयर और आयुष ड्रग डिस्कवरी केंद्र प्रमुख है। ये केंद्र इन-सिलिको, प्रीक्लिनिकल एवं क्लिनिकल अध्ययन, विशेष ओपीडी और क्षमता निर्माण के लिए कार्य कर रहे हैं। कोट्टक्कल स्थित आर्य वैद्य शाला में एक समर्पित उत्कृष्टता केंद्र जीवन की गुणवत्ता और सहायक उपचार पर केंद्रित है, जिसने पिछले दो वर्षों में 26,356 कैंसर रोगियों (जिनमें 338 फेफड़ों के कैंसर के मामले शामिल हैं) का प्रबंधन किया, जो एकीकृत रोगी देखभाल के प्रभाव को दर्शाता है। कैंसर विश्व स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण बना हुआ है। दुनिया के कई देशों में मुख, गर्भाशय ग्रीवा और स्तन कैंसर के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। भारत इस चुनौती का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए शिक्षा, स्क्रीनिंग और समग्र स्वास्थ्य पद्धतियों पर विशेष जोर दे रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी

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