
नई दिल्ली, 07 नवंबर (हि.स.)। गंगा उत्सव के दौरान जलशक्ति मंत्रालय के सचिव वीएल कंठा राव ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारत की जीवनरेखा और सांस्कृतिक आत्मा है। मंत्रालय के कुल कार्यों में से लगभग एक तिहाई काम गंगा नदी से जुड़ा है। गंगा बेसिन 11 राज्यों, करीब 100 बड़े शहरों और 150 जिलों में फैला है जो देश की लगभग आधी आबादी और अर्थव्यवस्था को सहारा देता है।
जलशक्ति मंत्रालय के अनुसार इस साल गंगा उत्सव कार्यक्रम अयोध्या के डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें अधिकारियों, विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत जल कलश अर्पण से हुई। इसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, युवाओं की सहभागिता और लघु फिल्मों का प्रदर्शन हुआ, जिनमें अयोध्या की स्वच्छता और नदी पुनर्जीवन के प्रयासों को दर्शाया गया।
मंत्रालय के अनुसार इस अवसर पर दो प्रकाशन स्टेटस ऑफ वाटरबर्ड्स इन द गंगा रिवर बेसिन और स्टेटस ऑफ आइलैंड नेस्टिंग रिपोर्ट जारी की गई। साथ ही नोएडा स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी और वाराणसी के आईआईटी बीएचयू में आयोजित कार्यक्रमों में नदी स्वास्थ्य आकलन, तकनीकी नवाचार और जल संरक्षण पर चर्चा हुई। ---------------
हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर