तेहरान में जल संकट, खाली कराना पड़ सकता है तेहरान

युगवार्ता    08-Nov-2025
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जल संकट से जूझता तेहरान


तेहरान, 8 नवंबर (हि.स.)। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने चेतावनी दी है कि सूखे की मार झेल रही देश की राजधानी तेहरान मेंं अगर जल्द बारिश नहीं हाेती है ताे उसे 'गंभीर' जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। उन्हाेंने कहा कि ऐसे हालात बनने पर तेहरान काे 'खाली' कराना पड़ेगा।

मीडिया खबराें के मुताबिक गुरूवार काे पश्चिमी शहर सनंदाज की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति पेजेशकियन ने कहा कि सरकार आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों से एक साथ निपटने के लिए संघर्ष कर रही है। उन्हाेंने चेताया कि तेहरान को पानी की आपूर्ति करने वाले मुख्य जलाशय में केवल दो हफ़्ते तक के लिए ही पानी बचा है।

सूखे के कारण उत्पन्न जल संकट को ईरान की सबसे गंभीर प्राकृतिक चुनौतियों में से एक बताते हुए, पेजेशकियन ने आगाह किया कि अगर सूखा जारी रहा, तो अगले महीने तेहरान में जल वितरण प्रतिबंधित हो जाएगा।

उन्होंने चेतावनी दी, अगर यह सूखा जारी रहा, तो हमारे पास पानी खत्म हो जाएगा और शहर को खाली कराना 'आवश्यक' हो सकता है।

राष्ट्रपति ने देश के जल और ऊर्जा संसाधनों के बेहतर प्रबंधन और संरक्षण की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर दिया और वर्तमान स्थिति को बेहद चिंताजनक बताया।

तेहरान की जल आपूर्ति पाँच प्रमुख बाँधों, लार, ममलू, अमीर कबीर, तालेघन और लातियन पर निर्भर है, जिनमें अमीर कबीर सबसे बड़ा है। तेहरान जल प्राधिकरण ने जुलाई में ही चिंता जताई थी कि जल भंडार एक सदी में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है।

पिछले हफ़्ते, प्राधिकरण के प्रमुख, बेहज़ाद पारसा ने दोहराया कि अगर मौसम शुष्क रहा, तो बाँधों में बचा पानी शहर की ज़रूरतों को केवल दो हफ़्तों तक ही पूरा कर पाएगा। अधिकारियों ने जल संकट की गंभीरता काे देखते हुए नागरिकों से जल संरक्षण का आग्रह किया है ।

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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल

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