
नई दिल्ली, 9 नवंबर (हि.स.)। भारत के 56वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) 2025 में ‘सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म निर्देशक पुरस्कार’ श्रेणी के तहत भारत और विश्वभर के सात नए निर्देशकों की पहली फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। इस श्रेणी का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में उभरती प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना है। विजेता को सिल्वर पीकॉक ट्रॉफी, 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार, इस साल की ज्यूरी का नेतृत्व प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा करेंगे। ज्यूरी में ऑस्ट्रेलिया के ग्रेम क्लिफर्ड, जर्मनी की कैथरीना शुटलर, श्रीलंका के चंद्रन रुटनम और इंग्लैंड के रेमी अडेफारसिन शामिल हैं।
इस साल की प्रतियोगिता में पांच अंतरराष्ट्रीय और दो भारतीय फिल्में एस्टोनिया की “फ्रैंक”, स्पेन की “फ्यूरी”, जर्मनी की “कार्ला”, ईरान की “माय डॉटर’स हेयर (राहा)”, मैक्सिको की “द डेविल स्मोक्स”, भारत की “शेप ऑफ मोमो” (निर्देशक त्रिबेनी राय) और मराठी फिल्म “अता थांबायचा नाय!” (निर्देशक शिवराज वैचाल) शामिल हैं।
इन फिल्मों में मानवीय संवेदनाओं, साहस, सामाजिक असमानताओं, लैंगिक न्याय, और आत्मसम्मान जैसे विषयों को नई दृष्टि से प्रस्तुत किया गया है। जूरी के अनुसार, यह श्रेणी विश्व सिनेमा की नई आवाज़ों और अगली पीढ़ी के कहानीकारों के दृष्टिकोण को सामने लाने का मंच है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर