
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (हि.स.)। बहुप्रतीक्षित शूटिंग लीग ऑफ इंडिया (एसएलआई) का आयोजन 16 से 26 फरवरी 2026 तक किया जाएगा। यह घोषणा पहले किए गए उस ऐलान के बाद हुई है, जिसमें लीग के उद्घाटन सत्र को वर्ष 2026 की शुरुआत में कराने की जानकारी दी गई थी। अब अंतिम तारीखें इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) के 2026 कैलेंडर के अनुरूप तय की गई हैं, ताकि किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट से टकराव न हो।
इस लीग में देश और विदेश के कई शीर्ष निशानेबाज भाग लेंगे, जिससे दर्शकों को रोमांचक और उच्च स्तरीय मुकाबले देखने को मिलेंगे। शूटिंग लीग ऑफ इंडिया का उद्देश्य लीग-फॉर्मेट में विश्वस्तरीय शूटिंग को प्रस्तुत करना और खेल को नए दर्शकों तक पहुंचाना है।
नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष कालिकेश नारायण सिंह देव ने एक आधिकारिक बयान में कहा, शूटिंग लीग ऑफ इंडिया हमारे खेल के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। यह फ्रेंचाइजी आधारित, खिलाड़ी-केंद्रित और वैश्विक कैलेंडर के अनुरूप है, जिससे अधिकतम अंतरराष्ट्रीय भागीदारी संभव होगी। मिश्रित टीम मुकाबलों और प्रीमियम प्रसारण के साथ हम विश्वस्तरीय उद्घाटन सत्र प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं।
एनआरएआई के महासचिव पवनकुमार सिंह ने कहा, हमें खुशी है कि शूटिंग लीग ऑफ इंडिया का पहला संस्करण अगले साल की शुरुआत में होगा। इसमें भारत और विदेश के शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिससे मुकाबले बेहद प्रतिस्पर्धी होंगे। यह लीग शूटिंग खेल को बढ़ावा देने और घरेलू खिलाड़ियों को शीर्ष स्तर के एथलीटों के साथ खेलने का बेहतरीन अवसर प्रदान करेगी।
पूर्व विश्व चैंपियन और शूटिंग दिग्गज रंजन सोढ़ी ने कहा, कसा हुआ प्रारूप, मिश्रित टीम प्रणाली और उम्दा प्रसारण शूटिंग जैसे तकनीकी खेल को भी दर्शकों के लिए बेहद रोमांचक बना सकते हैं। यह मंच खेल की बारीकियों को रोचक कहानी में बदलने की क्षमता रखता है।
पूर्व विश्व नंबर-1, खेल रत्न एवं अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित अंजलि भगवत ने कहा, यह मंच जूनियर और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को वैश्विक सितारों के साथ खेलने और उनसे सीखने का मौका देगा। सुरक्षित कैलेंडर और मजबूत आयोजन व्यवस्था के साथ यह लीग आने वाली पीढ़ी को प्रेरित कर सकती है।
इस प्रतियोगिता में मिश्रित टीम स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें पिस्टल (10 मीटर, 25 मीटर), राइफल (10 मीटर, 50 मीटर थ्री-पोज़िशन) और शॉटगन (ट्रैप व स्कीट) शामिल हैं। फ्रेंचाइजी आधारित टीमों को लीग चरण में दो समूहों में बांटा जाएगा, जिसके बाद नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे।
खिलाड़ियों का ड्राफ्ट चार श्रेणियों — एलीट चैंपियंस, वर्ल्ड एलीट, नेशनल चैंपियंस और जूनियर एवं यूथ में किया जाएगा, ताकि अंतरराष्ट्रीय सितारों, शीर्ष भारतीय निशानेबाजों और उभरती प्रतिभाओं का संतुलित मिश्रण तैयार किया जा सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे