


गंगटोक, 14 दिसंबर (हि.स.)। सिक्किम की प्रतिष्ठित पर्वतारोही मनीता प्रधान ने अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विन्सन मैसिफ पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय पर्वतारोहण के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है। विश्वप्रसिद्ध ‘सेवन समिट्स’ चुनौती को पूरा करने से अब वह केवल एक चोटी दूर रह गई हैं।
माउंट विन्सन मैसिफ अभियान पर्वतारोही मनीता प्रधान के महत्वाकांक्षी ‘प्रोजेक्ट सेवन समिट्स’ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके अंतर्गत उन्होंने सातों महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने का लक्ष्य रखा है। माउंट विन्सन की सफल चढ़ाई के साथ वह अब तक छह महाद्वीपों की सर्वोच्च चोटियों को फतह कर चुकी हैं। अब केवल ऑस्ट्रेलिया की माउंट कोसियुस्को पर चढ़ाई शेष है।
पर्वतारोही मनीता प्रधान ने 1 दिसंबर, 2025 को राजधानी गंगटोक से अपने अभियान की शुरुआत की थी। अपने महत्वाकांक्षी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने न्यूयॉर्क, पुंटा एरेनास (चिली) होते हुए अंटार्कटिका के प्रमुख पर्वतारोहण आधार शिविर यूनियन ग्लेशियर कैंप तथा उसके बाद माउंट विन्सन बेस कैंप तक की लंबी अंतरराष्ट्रीय यात्रा पूरी की। उन्होंने 10 दिसंबर को बेस कैंप से शिखर की ओर अंतिम चढ़ाई शुरू हुई। इस दौरान तापमान –31 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, तेज हवाएं चलीं और खड़ी बर्फीली ढलानों ने चढ़ाई को अत्यंत कठिन बना दिया। इसके बावजूद पर्वतारोही प्रधान ने अद्भुत सहनशीलता, टीमवर्क और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया।
कई दिनों के कठिन संघर्ष के बाद उन्होंने दुनिया के सबसे ठंडे महाद्वीप में स्थित माउंट विन्सन मैसिफ के शिखर को 12 दिसंबर को रात 8:30 बजे (स्थानीय समय) सफलतापूर्वक छुआ। इस उपलब्धि के साथ वह अंटार्कटिका की सर्वोच्च चोटी पर पहुंचने वाली चुनिंदा भारतीय महिलाओं में शामिल हो गई हैं। बेस कैंप पर पर्वतारोही प्रधान ने सिक्किम के 50वें राज्य स्थापना वर्ष की स्मृति में तैयार किया गया ध्वज फहराया, जो अपनी मातृभूमि के प्रति उनके गहरे सम्मान और गर्व को दर्शाता है। उन्होंने अपने पर्वतारोहण सफर के दौरान निरंतर प्रोत्साहन और समर्थन देने के लिए सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने अपने परिवार, मित्रों और शुभचिंतकों को भी उनके निरंतर विश्वास और हौसले के लिए धन्यवाद दिया।
सिक्किम वेटरन्स माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के सदस्य बब्बू तमांग ने कहा कि 12 दिसंबर को माउंट विन्सन मैसिफ की सफल आरोहण न केवल पर्वतारोही मनीता प्रधान के लिए, बल्कि पूरे सिक्किम और भारत के लिए गर्व का विषय है। ‘सेवन समिट्स’ परियोजना के अंतर्गत यह उनकी छठी सफल चढ़ाई है और अब केवल ऑस्ट्रेलिया की अंतिम चोटी पर विजय पाना शेष है। अपने साहस, समर्पण और अटूट इच्छाशक्ति के माध्यम से मनीता प्रधान विशेष रूप से युवा महिला पर्वतारोहियों को अपने सपनों का पीछा करने और सीमाओं को तोड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / Bishal Gurung