साहसिक सोच और अथक प्रयासों ने भारत के ऊर्जा क्षेत्र को बदल दिया: पीयूष गोयल

युगवार्ता    15-Dec-2025
Total Views |
वाणिज्य भवन में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते पीयूष गोयल


वाणिज्य भवन में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते पीयूष गोयल


नई दिल्‍ली, 15 दिसंबर (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र के पिछले 11 वर्षों का सफर इस बात का सबूत है कि साहसिक दृष्टिकोण, ईमानदार इरादे और लगातार काम करने से किसी देश की किस्मत बदली जा सकती है।

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने नई दिल्ली स्थित वाणिज्य भवन में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही। पीयूष गोयल ने ‘एक्‍स’ पोस्‍ट पर जारी एक बयान में कहा कि पत्रकार साथियों के साथ देश के ऊर्जा क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनकारी यात्रा को साझा किया। उन्‍होंने बताया क‍ि 2014 से पहले ऊर्जा क्षेत्र घोटालों, चुनौतियों और सीमित आपूर्ति से जूझ रहा था, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत आत्मनिर्भर ऊर्जा की दिशा में निर्णायक प्रगति कर रहा है।

गोयल ने संवाददातों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में रिकॉर्ड कोयला उत्पादन, सौर एवं पवन ऊर्जा में अभूतपूर्व विस्तार, मजबूत पावर ग्रिड, हर घर बिजली व गैस सिलेंडर और विस्तृत गैस पाइपलाइन नेटवर्क जैसी उपलब्धियां मोदी सरकार की जनसेवा, अंत्योदय और ईमानदार नीतिगत प्रयासों का परिणाम हैं। उन्‍होंने कहा कि हमारे पावर सेक्टर ट्रांसफॉर्मेशन के 5 स्तंभ हैं, जिसमें सभी तक पहुंच, किफायती, उपलब्धता, वित्तीय व्यवहार्यता और स्थिरता तथा वैश्विक जिम्मेदारी प्रमुख है। उन्‍होंने कहा कि हमारे नेशनल पावर ग्रिड की वजह से भारत डेटा सेंटर्स के लिए एक पसंदीदा जगह है।

वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर कहा कि देश न सिर्फ भारत के लौह पुरुष को याद करता है, बल्कि एक ऐसे दूरदर्शी नेता को भी याद करता है जो चाहते थे कि देश राजनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक रूप से अपने पैरों पर खड़ा हो। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस और यूपीए के कार्यकाल में भारत का ऊर्जा क्षेत्र ब्लैकआउट और पावर कट का प्रतीक बन गया था। जबकि, प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में सभी को सुचारू रूप से बिजली पहुंच रही है।

गोयल ने अपने संबोधन में भरोसा जताया कि जैसे-जैसे भारत विकसित भारत 2047 की ओर बढ़ रहा है, देश का एनर्जी सेक्टर स्केल, स्पीड और सस्टेनेबिलिटी को एक साथ मैनेज करने में एक ग्लोबल केस स्टडी बनकर उभरेगा।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

Tags