
- एडिलेड टेस्ट से पहले बोले नाथन लियोन, किसी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं
एडिलेड, 15 दिसंबर (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने आगामी तीसरे एशेज टेस्ट से पहले साफ कहा है कि उन्हें किसी को भी कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है। बुधवार से एडिलेड ओवल में शुरू होने वाले इस मुकाबले के लिए लियोन की वापसी तय मानी जा रही है, जहां गर्म मौसम और सूखी पिच स्पिन गेंदबाजों के अनुकूल रहने की उम्मीद है।
नाथन लियोन एक बड़े व्यक्तिगत रिकॉर्ड के भी करीब हैं। उनके नाम फिलहाल 562 टेस्ट विकेट हैं और वे महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा (563 विकेट) के रिकॉर्ड से सिर्फ एक विकेट पीछे हैं। 140 टेस्ट मैच खेल चुके लियोन को पिछले तीन मैचों में से दो में प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया था। हालांकि, तीसरे टेस्ट में उनके खेलने की प्रबल संभावना है, जहां ऑस्ट्रेलिया 3-0 की अजेय बढ़त हासिल करने के इरादे से उतरेगा। इस मैच में पैट कमिंस भी कप्तान के रूप में वापसी करेंगे।
लियोन ने सोमवार को पत्रकारों से कहा,“व्यक्तिगत तौर पर यह निराशाजनक था, लेकिन मैंने 140 टेस्ट खेले हैं। मुझे नहीं लगता कि मुझे किसी को कुछ साबित करना है। मुझे अपनी भूमिका साफ तौर पर पता है। मुझे ड्रेसिंग रूम में सभी के साथ खेलना और ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करना बेहद पसंद है।” उन्होंने आगे कहा, “अगर मुझे फिर से मौका मिलता है, तो मैं वही करता रहूंगा। ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलते रहना मेरा सपना है। किसी को भी चयन का स्थायी अधिकार नहीं होता। आपको कड़ी मेहनत करनी होती है ताकि आप चयन के हकदार बन सकें।”
सोमवार का दिन लियोन के लिए खास भी रहा, क्योंकि उन्हें औपचारिक रूप से एडिलेड ओवल की ‘एवेन्यू ऑफ ऑनर’ में शामिल किया गया। यह वही मैदान है, जहां वे कभी ग्राउंड स्टाफ के रूप में काम किया करते थे। अब सभी की नजरें एडिलेड टेस्ट पर हैं, जहां लियोन न सिर्फ टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं, बल्कि इतिहास भी रच सकते हैं।
लियोन ने टेस्ट क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “आप एक स्पिनर से पूछ रहे हैं, तो जाहिर है कि स्पिन बेहद अहम है। टेस्ट क्रिकेट पांच दिन का खेल है और पिच के टूटने के साथ स्पिनरों के लिए मौके बढ़ते हैं। जैसे ही गेंद घूमती है, टीवी पर ज्यादा नजरें टिक जाती हैं।”
उन्होंने भारत दौरे का उदाहरण देते हुए कहा कि स्पिन वाली परिस्थितियों में खेल और भी रोमांचक हो जाता है और दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ती है।
“मेरे लिए स्पिन क्रिकेट के हर प्रारूप में अहम भूमिका निभाता है—चाहे जूनियर क्रिकेट हो, फर्स्ट क्लास, व्हाइट-बॉल या रेड-बॉल।” इस पर लियोन ने कहा,“मेरे इतिहास को देखते हुए यह किसी परीकथा जैसा हो सकता है। 2010-11 में मेरा पहला टेस्ट यहीं हुआ था। ग्लेन मैक्ग्रा को पीछे छोड़ना वाकई अविश्वसनीय होगा।”
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे