
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (हि.स.)। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने नवंबर के लिए प्लेयर ऑफ द मंथ अवॉर्ड की घोषणा कर दी है। दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर साइमन हार्मर को पुरुष वर्ग में, जबकि भारतीय ओपनर शेफाली वर्मा को महिला वर्ग में यह सम्मान दिया गया है।
हार्मर को पहली बार मिला पुरुष वर्ग का अवॉर्ड
दक्षिण अफ्रीका के 36 वर्षीय ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने बांग्लादेश के ताइजुल इस्लाम और पाकिस्तान के ऑलराउंडर मोहम्मद नवाज को पीछे छोड़ते हुए यह पुरस्कार अपने नाम किया। हार्मर को यह सम्मान भारत के खिलाफ खेली गई दो मैचों की आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज में शानदार प्रदर्शन के लिए मिला।
हार्मर ने इस सीरीज में कुल 17 विकेट झटके और दक्षिण अफ्रीका को भारत में 25 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। कोलकाता टेस्ट में उन्होंने 4/30 और 4/21 के आंकड़े दर्ज किए, जबकि गुवाहाटी टेस्ट में 3/64 और शानदार 6/37 की गेंदबाजी की। पूरी सीरीज में उनका औसत 8.94 और इकॉनमी 1.91 रही।
अवॉर्ड मिलने पर हार्मर ने कहा कि देश के लिए खेलना उनके लिए गर्व की बात है और इस उपलब्धि का श्रेय वह अपनी टीम, कोचिंग स्टाफ और परिवार को देते हैं।
शेफाली वर्मा को महिला वर्ग का सम्मान
भारतीय महिला टीम की ओपनर शेफाली वर्मा ने थाईलैंड की थिपाचा पुथावोंग और यूएई की एशा ओजा को पछाड़ते हुए पहली बार आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ का खिताब जीता। खास बात यह रही कि शेफाली को चोटिल प्रतीका रावल के स्थान पर लेट रिप्लेसमेंट के तौर पर वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया गया था।
महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में शेफाली ने 78 गेंदों पर 87 रन की शानदार पारी खेली, जो महिला वर्ल्ड कप फाइनल में किसी भारतीय ओपनर का सर्वोच्च स्कोर है। उनकी इस पारी की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 298/7 का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
इसके अलावा शेफाली ने गेंदबाजी में भी अहम योगदान देते हुए सुने लूस और मरिज़ाने कैप के विकेट चटकाए। उनके इस ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए उन्हें फाइनल का प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।
शेफाली ने कहा कि उनका पहला वर्ल्ड कप अनुभव उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा, लेकिन अंत बेहद यादगार रहा। उन्होंने इस सम्मान को टीम की ऐतिहासिक विश्व कप जीत और घरेलू दर्शकों के सामने मिली सफलता को समर्पित किया।
इस तरह नवंबर, 2025 में हार्मर और शेफाली ने अपने-अपने शानदार प्रदर्शन से आईसीसी के सर्वोच्च मासिक सम्मान पर कब्जा जमाया।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे