
मुंबई, 15 दिसंबर (हि.स.)। मुंबई का प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम 16 से 18 दिसंबर के बीच एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक क्रिकेट आयोजन की मेजबानी करेगा। यहां पहली बार फिजिकल डिसएबिलिटी टी-20 सीरीज का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी तीनों मुकाबले इसी मैदान पर खेले जाएंगे। यह आयोजन समावेशिता, साहस और खेल भावना का सशक्त संदेश देगा।
तीन दिवसीय इस टी20 सीरीज का उद्देश्य शारीरिक रूप से दिव्यांग खिलाड़ियों की प्रतिभा, मेहनत और जज़्बे को मंच देना है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिजिकल डिसएबिलिटी क्रिकेट की बढ़ती पहचान के बीच वानखेड़े स्टेडियम जैसे ऐतिहासिक मैदान पर यह सीरीज़ एक अहम पड़ाव मानी जा रही है।
मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के महासचिव उन्मेष खानविलकर ने कहा, “पहली बार फिजिकल डिसएबिलिटी क्रिकेट सीरीज़ की मेजबानी करना एमसीए के लिए गर्व का क्षण है। यह आयोजन न सिर्फ खिलाड़ियों के जज़्बे का सम्मान करता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि क्रिकेट हर किसी का खेल है। हमारे अध्यक्ष अजिंक्य नाइक दिव्यांग क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और एमसीए भविष्य में भी हरसंभव सहयोग करता रहेगा।”
डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीसीआई) के महासचिव रवि चौहान ने कहा, “हमारे खिलाड़ियों के लिए यह बेहद खास मौका है। उसी वानखेड़े स्टेडियम में खेलना, जहां भारत ने 2011 विश्व कप जीता था, खिलाड़ियों के आत्मविश्वास और प्रेरणा को कई गुना बढ़ाएगा। एमसीए अध्यक्ष अजिंक्य नाइक और पूरी संस्था का हम आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने फिजिकल डिसएबिलिटी क्रिकेट को निरंतर समर्थन दिया है।”
उन्होंने यह भी बताया कि बीसीसीआई के सहयोग से देशभर में फिजिकल डिसएबिलिटी क्रिकेट के विकास और विस्तार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सीरीज़ का हर मुकाबला प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट का उदाहरण होगा, जिसमें खिलाड़ियों का कौशल, टीमवर्क और दृढ़ संकल्प देखने को मिलेगा। यह आयोजन खेल को समानता और सशक्तिकरण का मजबूत माध्यम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
क्रिकेट प्रेमियों, खेल प्रशंसकों और समावेशी खेलों के समर्थकों से अपील की गई है कि वे इस खास आयोजन का हिस्सा बनें और खिलाड़ियों के अदम्य साहस को सलाम करें।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे