

खड़गपुर (पश्चिम मेदिनीपुर), 16 दिसंबर (हि. स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने मंगलवार शाम जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में संस्थान के निदेशक के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय दौरे की जानकारी साझा की। विज्ञप्ति के अनुसार, यह दौरा वैश्विक अकादमिक सहयोग, एलुमनाई सहभागिता और स्थिरता आधारित शोध को नई गति देने के उद्देश्य से किया गया।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि निदेशक का यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि वे पूर्व में स्टैनफोर्ड में विज़िटिंग फैकल्टी सदस्य और इंडो–यूएस रिसर्च फेलो के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। दौरे की शुरुआत स्टैनफोर्ड में कार्यरत आईआईटी खड़गपुर के एलुमनाई शिक्षाविदों के साथ रणनीतिक संवाद से हुई, जिसमें भविष्य के शैक्षणिक कार्यक्रमों, उन्नत शोध और भारत–अमेरिका के बीच शैक्षिक सहयोग पर चर्चा हुई।
विज्ञप्ति के अनुसार, स्टैनफोर्ड फैकल्टी क्लब में आयोजित फैकल्टी–एलुमनाई लंच के दौरान डिजाइन, सिस्टम्स थिंकिंग और ट्रांसलेशनल रिसर्च जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इसके बाद गेट्स कंप्यूटर साइंस बिल्डिंग में फैकल्टी और एलुमनाई के साथ एक-से-एक बैठकों के माध्यम से सहयोग की संभावनाओं को और मजबूत किया गया।
माउंटेन व्यू में आयोजित बे एरिया एलुमनाई सम्मेलन में आईआईटी खड़गपुर के वैश्विक एलुमनाई नेटवर्क की सक्रिय भूमिका को रेखांकित किया गया। प्रेस विज्ञप्ति में इसे विचारों को ठोस क्रियान्वयन में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया गया है।
विज्ञप्ति के मुताबिक, दौरे का समापन स्टैनफोर्ड डोअर स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी के डीन प्रो. अरुण मजूमदार के साथ रणनीतिक बैठक के साथ हुआ। बैठक में स्थिरता, ऊर्जा, क्लाइमेट टेक, उन्नत विनिर्माण, एआई-सक्षम विज्ञान और वैश्विक शोध प्रभाव जैसे क्षेत्रों में दोनों संस्थानों के बीच सहयोग की स्पष्ट रूपरेखा तय की गई। साथ ही वर्ष 2026 में स्टैनफोर्ड के एक प्रतिनिधिमंडल के आईआईटी खड़गपुर दौरे का प्रस्ताव भी सामने आया, जो संस्थान के प्लेटिनम जुबिली समारोहों के दौरान संयुक्त कार्यक्रमों का रूप ले सकता है।
आईआईटी खड़गपुर की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह सहभागिता संस्थान के वैश्विक नेतृत्व, एलुमनाई शक्ति और उद्देश्य-प्रेरित शोध को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता