बरेली में आज़म खां के रिश्तेदार के दो बारातघरों पर चला बुलडोज़र, बेअसर रहा महिलाओं का विरोध

युगवार्ता    02-Dec-2025
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सूफीटोला में भारी पुलिस फोर्स और पीएसी की मौजूदगी में एवान-ए-फरहत बारातघर पर चलती जेसीबी, मौके पर जुटी महिलाओं की चीख-पुकार।


सूफीटोला में भारी पुलिस फोर्स और पीएसी की मौजूदगी में एवान-ए-फरहत बारातघर पर चलती जेसीबी, मौके पर जुटी महिलाओं की चीख-पुकार।


सूफीटोला में भारी पुलिस फोर्स और पीएसी की मौजूदगी में एवान-ए-फरहत बारातघर पर चलती जेसीबी, मौके पर जुटी महिलाओं की चीख-पुकार।


सूफीटोला में भारी पुलिस फोर्स और पीएसी की मौजूदगी में एवान-ए-फरहत बारातघर पर चलती जेसीबी, मौके पर जुटी महिलाओं की चीख-पुकार।


बरेली हिंसा से जुड़े लाेगाें पर प्रशासन दिखा रहा सख्ती14 साल पहले ही दोनों बारातघरों को गिराने का हुआ था आदेश

बरेली, 2 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में बरेली हिंसा से जुड़े लाेगाें पर प्रशासन लगातार सख्ती बरत रहा है। मंगलवार सुबह सूफीटोला इलाके में भारी पुलिस बल और पीएसी की मौजूदगी में बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की टीम ने समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खां के रिश्तेदार सरफराज़ वली खां के अवैध रूप से बने दो बारातघरों पर बुल्डोजर चला दिया। इस दौरान महिलाओं ने विरोध जताकर कार्रवाई में विघ्न डालने कीकोशिश कीं लेकिन पुलिस के सामने उनकी एक न चली।

बरेली हिंसा में ताैकीर रजा और उनके कई समर्थकाें के संलिप्तता सामने आने के बाद प्रशासन लगातार अवैध निर्माण काे ध्वस्त करने में जुटा हुआ है। मंगलवार को बड़ी संख्या में पुलिस जवान और बीडीए के अधिकारी जेसीबी लेकर सूफीटोला इलाके में स्थित बारातघर एवान-ए-फरहत और गुड मैरिज हॉल के सामने पहुंची। पुलिस और जेसीबी देखकर वहां रहने वाली महिलाएं चीख-पुकार करने लगीं और दया की गुहार लगाने लगीं। इसके पुलिस टीम ने हॉल खाली कराया और 10 बजे ध्वस्तीकरण शुरू कर दिया। देखते ही देखते बुलडोज़र ने दोनों बारातघरों को ध्वस्त कर दिया। गुड मैरिज हॉल की पहली मंजिल पर रहने वाली आरफ़ा खां ने बताया कि वे 20 साल से यहां रह रहे हैं और अचानक दिए गए नोटिस से उनका परिवार दहशत में है।

उल्लेखनीय है कि दोनों बारातघरों को प्रशासन ने 12 अक्टूबर 2011 को ही अवैध घोषित कर ध्वस्त करने का आदेश जारी किया गया था। 26 सितंबर के बवाल में नाम सामने आने पर प्रशासन ने फाइलें दोबारा खंगालकर कार्रवाई तेज की। अधिशासी अभियंता धर्मवीर सिंह चौहान ने बताया कि इमारतें बिना मानचित्र स्वीकृति के खड़ी की गई थीं, इसलिए आदेशों के अनुरूप कार्रवाई की जा रही है।

प्रशासन की कार्रवाई से पुराने शहर में खलबली का माहौल है। बंडिया, विधौलिया, तिलियापुर और किला क्षेत्रों में भी अवैध निर्माणों पर बीडीए की पैनी नज़र है। बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंदन ए ने कहा अवैध निर्माण के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम किया जा रहा है। इन दोनों बारातघरों पर 2011 में ही ध्वस्तीकरण आदेश जारी हो चुका था। सभी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद आज अंतिम कार्रवाई की गई है। आगे भी जहां भी अवैध निर्माण मिलेगा, सख्त कार्रवाई होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार

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