खेल प्राधिकरण की गवर्निंग बॉडी ने देशभर में खेल अवसंरचना परियोजनाओं को दी मंज़ूरी

युगवार्ता    22-Dec-2025
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खेल मंत्री बोले- एथलीट को केंद्र में रखकर लिए जा रहे हैं फैसले

नई दिल्ली, 22 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की गवर्निंग बॉडी ने देश के विभिन्न हिस्सों में खेल अवसंरचना के विकास और उन्नयन से जुड़ी कई अहम परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने की।

बैठक को संबोधित करते हुए डॉ मांडविया ने कहा कि भारत का खेल पारिस्थितिकी तंत्र अभी युवावस्था में है और इसे हर संभव तरीके से मजबूत करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गवर्निंग बॉडी द्वारा लिए गए सभी निर्णय पूरी तरह एथलीट-केंद्रित हैं, ताकि खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल सकें और राष्ट्रमंडल खेलों तथा ओलंपिक में बेहतर पदक प्रदर्शन का लक्ष्य हासिल किया जा सके।

बैठक में जिन प्रमुख परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई, उनमें बेंगलुरु स्थित SAI राष्ट्रीय खेल प्रशिक्षण केंद्र (एनएसएससी) में अंतरराष्ट्रीय मानकों वाला नया हॉकी टर्फ बिछाने का प्रस्ताव शामिल है। यह केंद्र भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों का प्रमुख प्रशिक्षण स्थल है।

इसके अलावा, करनी सिंह शूटिंग रेंज (केएसएसआर) में मौजूदा इलेक्ट्रॉनिक टारगेट सिस्टम को हटाकर आधुनिक लेजर शूटिंग टारगेट लगाए जाने का भी निर्णय लिया गया है, जिससे देश के शीर्ष और उभरते निशानेबाजों को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके।

गवर्निंग बॉडी ने छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व औरंगाबाद), पटियाला और तिरुवनंतपुरम स्थित साई केंद्रों में बहुउद्देशीय प्रशिक्षण हॉल के निर्माण को भी मंजूरी दी। इन हॉलों में बॉक्सिंग, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, स्ट्रेंथ एवं कंडीशनिंग तथा रिकवरी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

इसके साथ ही, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी स्थित साई प्रशिक्षण केंद्र और भोपाल के साई केंद्र में नए सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक के निर्माण को भी हरी झंडी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि इन केंद्रों ने सीमित संसाधनों के बावजूद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट एथलीट तैयार किए हैं।

इन फैसलों को भारतीय खेल अवसंरचना को मजबूत करने और युवा खिलाड़ियों के लिए बेहतर भविष्य की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय

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