
काठमांडू, 24 दिसंबर (हि.स.)।करीब तीन वर्षों के अलगाव के बाद दो राजावादी दल एक बार फिर एक साथ आ गए हैं।
राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी नेपाल ने औपचारिक रूप से एक होने पर सहमति जता दी है।
आरपीपी अध्यक्ष राजेन्द्र लिङ्देन और आरपीपी नेपाल के अध्यक्ष कमल थापा के बीच बुधवार को हुई बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया, इसकी जानकारी स्वयं थापा ने दी।
कमल थापा ने 8 फरवरी 2022 को पार्टी के महाधिवेशन में लिङ्देन से पराजित होने के बाद आरपीपी से अलग होने की घोषणा की थी। पराजय के बाद उन्होंने पार्टी के आंतरिक चुनाव में पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह और नारायणहिटी दरबार के हस्तक्षेप का आरोप भी लगाया था।
इसके बाद थापा ने 19 फरवरी 2022 को आरपीपी नेपाल के गठन की घोषणा की थी।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास