

बलरामपुर, 29 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गौ सेवा एवं निराश्रित गोवंश संरक्षण की पहल से प्रेरित होकर नेपाल में भी उनके नाम से गौशाला का संचालन की जा रही है। नेपाल के दांग जनपद में “योगी आदित्यनाथ फाउंडेशन गौ सेवा समिति” के नाम से एक गौशाला संचालित हो रही है, जहां वर्तमान में लगभग चार सौ निराश्रित और बेसहारा गोवंशों को आश्रय देकर उनकी सेवा की जा रही है। इस पहल को लेकर नेपाल के संत समाज और हिंदू संगठनों में विशेष उत्साह व्याप्त है।
गौशाला के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री याेगी एवं देवीपाटन पीठाधीश्वर महाराज मिथलेशनाथ योगीजी का समय लेने के लिए सोमवार को मंदिर प्रतिनिधिमंडल देवीपाटन पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में गौशाला संचालक भरतनाथ योगी ने हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि को बताया कि यहां गोवंशों की देखभाल 10 स्वयंसेवकों की टीम करती है, जबकि इसके संचालन में स्थानीय व्यापारियों और श्रद्धालुओं का सहयोग मिल रहा है। गौशाला में गोवंशों के लिए चारा, स्वच्छता और चिकित्सा की समुचित व्यवस्था की गई है। संत भरतनाथ योगी ने बताया कि भविष्य में गौशाला की क्षमता बढ़ाने की भी योजना है, जिससे और अधिक निराश्रित गोवंशों को संरक्षण मिल सके।
गौशाला के औपचारिक उद्घाटन को लेकर नेपाल से आए संतों और फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश स्थित देवीपाटन मंदिर के पीठाधीश्वर महाराज से भेंट की। इस दौरान उद्घाटन कार्यक्रम की तिथि और समय को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन और आशीर्वाद के लिए समय की मांग की, ताकि नेपाल में इस गौशाला का उद्घाटन वृहद स्तर पर किया जा सके। बताया कि जल्दी इसकी तिथि की घोषणा होगी।
प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के उपरांत मिथलेश नाथ योगी, देवीपाटन पीठाधीश्वर महाराज ने नेपाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम से शुरू हुई इस गौ सेवा पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इसे गो संरक्षण के साथ-साथ भारत-नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ करने वाली महत्वपूर्ण पहल बताया और कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान नेपाल दांग क्षेत्र के पीर रतननाथ योगी मठ के पुजारी डॉ. नारायण नाथ योगी सहित अन्य संतजन भी उपस्थित रहे। नेपाल में शुरू हुई यह गौ सेवा पहल दोनों देशों में गौ संरक्षण के क्षेत्र में एक नई प्रेरणा के रूप में देखी जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रभाकर कसौधन
हिन्दुस्थान समाचार / प्रभाकर कसौधन