नई दिल्ली, 29 दिसंबर (हि.स.)। घने कोहरे के कारण ट्रेन परिचालन पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए भारतीय रेलवे ने व्यापक और समन्वित कदम उठाए हैं। रेलवे बोर्ड द्वारा विभिन्न जोनल रेलवे और मंडलों को रियल-टाइम निगरानी और त्वरित समाधान के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर रेलवे, उत्तर पूर्वी रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधकों को ट्रेनों की वास्तविक समय में स्थिति की समीक्षा करने तथा कैटरिंग सहित यात्रियों से जुड़ी समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह दिल्ली, लखनऊ, मुरादाबाद, बनारस और प्रयागराज मंडल के मंडल रेल प्रबंधकों को भी ट्रेनों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा गया है।
कोहरे के कारण विलंब से प्रभावित ट्रेनों को समय पर रवाना करने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस और शताब्दी ट्रेनों के लिए स्पेयर रेक उपलब्ध कराए जा रहे हैं। 20 कोच वाली वंदे भारत रेक का उपयोग नई दिल्ली–वाराणसी सेवा को समय पर प्रारंभ करने के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा उत्तर रेलवे के पास अनुरक्षण स्पेयर के रूप में उपलब्ध 20 कोच की रेक को भी वाराणसी–नई दिल्ली वंदे भारत सेवा के लिए लगाया गया है।
एक अन्य 20 कोच की वंदे भारत रेक, जिसे 16 कोच वाली सेवा के विस्तार के लिए नामित किया गया था, को पश्चिम मध्य रेलवे से उत्तर रेलवे स्थानांतरित किया जा रहा है ताकि समयबद्ध संचालन सुनिश्चित किया जा सके। पूर्व मध्य रेलवे और दक्षिण रेलवे में भी उपलब्ध कोचों से दो एसी रेक तैयार किए जा रहे हैं, ताकि विलंबित ट्रेनों को समय पर रवाना किया जा सके।
रेलवे ने यह भी सुनिश्चित किया है कि स्पेयर रेक के लिए आईआरसीटीसी द्वारा कैटरिंग की व्यवस्था की जाए। वहीं ऑनबोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस और लिनेन की व्यवस्था भी स्पेयर रेक के लिए की जाएगी।
रेलवे बोर्ड स्तर से ट्रेनों की लगातार निगरानी की जा रही है और आवश्यकता अनुसार रियल-टाइम कार्रवाई की जा रही है। साथ ही कैटरिंग से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए आईआरसीटीसी में एक वॉर रूम को भी सक्रिय किया गया है, जो ट्रेनों की स्थिति पर लगातार नजर रखेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार