

- स्वेच्छा से की घर वापसी, बजरंग बली के भक्त हैं अथर्व
वाराणसी, 29 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी काशी (वाराणसी) में मध्य प्रदेश के सागर जिले के निवासी असद खान ने विधिवत रूप से सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। धर्मांतरण के पश्चात उनका नाम अथर्व त्यागी रखा गया।
अस्सी घाट के समीप पवित्र गंगा नदी में नाव पर आचार्यों के सान्निध्य में गौरी-गणेश पूजन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके उपरांत 21 ब्राह्मणों की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शुद्धिकरण संस्कार संपन्न कराया गया। इस प्रक्रिया के बाद सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके पश्चात विधिवत नामकरण संस्कार हुआ। पूजन एवं शुद्धिकरण संस्कार कराने वाले योगी आलोक नाथ (हिन्दू युवा शक्ति प्रदेश प्रचारक) और सुधीर सिंह ने बताया कि पूरी प्रक्रिया शास्त्रीय विधि-विधान के अनुसार संपन्न कराई गई। उन्होंने कहा कि घर वापसी से पूर्व आवश्यक शुद्धिकरण संस्कार कराए गए, जिसके बाद मंत्रोच्चार के साथ नामकरण किया गया।
सनातन धर्म स्वीकार करने के बाद सोमवार को अथर्व त्यागी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह पेशे से इंजीनियर हैं और उन्होंने किसी भी प्रकार के दबाव के बिना, पूरी तरह स्वेच्छा से सनातन धर्म को अपनाया है। उन्होंने कहा कि बचपन से ही उन्हें मंदिरों में जाना और पूजा-पाठ करना अच्छा लगता था तथा वे बजरंग बली के भक्त हैं।
अथर्व त्यागी ने बताया कि मुस्लिम धर्म से जुड़े होने के कारण मंदिरों में प्रवेश और पूजन के दौरान उन्हें असहजता महसूस होती थी। हाल के दिनों में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं से वह मानसिक रूप से आहत थे, जिसके बाद उन्होंने सनातन धर्म में वापसी का निर्णय लिया। स्पष्ट किया कि यह निर्णय उनकी आस्था, सोच और आत्मिक संतोष के आधार पर लिया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी