(वार्ष‍िकी) मप्र में पटरी पर दौड़ता विकास: रेलवे के मोर्चे पर सबसे सफल और ऐतिहासिक वर्ष रहा 2025

युगवार्ता    30-Dec-2025
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रेलवे के मोर्चे पर सबसे सफल मध्‍य प्रदेश


भोपाल, 30 दिसंबर (हि.स.)। वर्ष 2025 को मध्य प्रदेश के विकास इतिहास में रेलवे के लिहाज से एक असाधारण और प्रेरक वर्ष के रूप में याद किया जाएगा। यह साल इसलिए खास रहा, क्योंकि इस दौरान राज्य ने अनेक नई रेल परियोजनाओं की सौगात पाई। पहली बार रेल कोच निर्माण जैसे उच्च तकनीक और रणनीतिक क्षेत्र में भी मजबूत कदम रखा। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी, औद्योगिक निवेश और रोजगार इन सभी मोर्चों पर 2025 ने मध्य प्रदेश को नई गति दी। प्रधानमंत्री से लेकर रेल मंत्री और मुख्यमंत्री तक, सभी ने इसे राज्य के लिए “परिवर्तनकारी दौर” बताया, जिसने मध्य प्रदेश को रेलवे विकास के राष्ट्रीय मानचित्र पर और अधिक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है।

ओबेदुल्लागंज: जहां से शुरू हुई रेलवे औद्योगिक क्रांति2025 की सबसे बड़ी और दूरगामी उपलब्धि रही रायसेन जिले के ओबेदुल्लागंज में रेल कोच निर्माण इकाई की शुरुआत। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना को साकार करती यह परियोजना 60 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में विकसित की जा रही है। बीईएमएल लिमिटेड द्वारा लगभग 1,800 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित की जा रही यह इकाई ‘ब्रह्मा परियोजना (बीईएमएल रेल मैन्युफैक्चरिंग हब)’ के नाम से जानी जाएगी। यहां भविष्य में मेट्रो ट्रेन और वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी आधुनिक ट्रेनों के कोच बनाए जाएंगे। यह पहली बार है जब मध्य प्रदेश रेल कोच निर्माण के राष्ट्रीय नेटवर्क में इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

रोजगार, कौशल और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूतीइस रेल कोच निर्माण परियोजना से प्रत्यक्ष रूप से करीब 2,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है, जबकि 8,000 से 10,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से आजीविका के अवसर प्राप्त होंगे। स्थानीय युवाओं को आधुनिक तकनीक, इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा। इससे भोपाल और रायसेन क्षेत्र एक नए औद्योगिक क्लस्टर के रूप में उभर रहा है, जिसका असर होटल, परिवहन, छोटे उद्योग और सेवाक्षेत्र तक दिखाई देगा।

नई रेल परियोजनाएं और कनेक्टिविटी को मिलता नया आयाम2025 के अक्टूबर माह में मध्य प्रदेश को दो बड़ी रेलवे परियोजनाओं की मंजूरी मिलना भी इस वर्ष की बड़ी उपलब्धि रही। वडोदरा-रतलाम रेल लाइन से मध्य प्रदेश और गुजरात के बीच रेल संपर्क और अधिक मजबूत होगा। यह परियोजना औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इससे पश्चिमी भारत के बंदरगाहों और औद्योगिक क्षेत्रों तक मध्यप्रदेश की पहुंच आसान होगी। वहीं, इटारसी-भोपाल-बीना रेल लाइन से राज्य के भीतर उत्तर-दक्षिण रेल कॉरिडोर को मजबूती मिलेगी। इससे इटारसी से बीना की दूरी कम होगी और मालगाड़ियों तथा यात्री ट्रेनों की आवाजाही और तेज एवं सुगम बनेगी।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन परियोजनाओं को लेकर कहा है कि‍ 2025 में मध्य प्रदेश रेलवे विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। नई रेल लाइनों, आधुनिक ट्रेनों और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के जरिए राज्य को देश के रेलवे विकास मॉडल में अग्रणी भूमिका मिल रही है। इससे यात्रियों के साथ-साथ उद्योग और लॉजिस्टिक्स को भी बड़ा लाभ होगा।

मुंबई-इंदौर अब होंगे और करीब2025 में महू–खंडवा परियोजना पर भी काम तेजी से आगे बढ़ा है। इस परियोजना के पूरा होने से इंदौर और मुंबई के बीच की रेल दूरी में उल्लेखनीय कमी आएगी। इससे यात्रियों का समय बचेगा, साथ ही इंदौर जैसे व्यापारिक और औद्योगिक केंद्र को देश की आर्थिक राजधानी से और बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। यह परियोजना पर्यटन, व्यापार और निवेश तीनों के लिए गेम चेंजर साबित होने वाली है।

इसके अलावा इस साल 2025 में मध्यप्रदेश को कई नई ट्रेनों की सौगात भी मिली। इससे छोटे शहरों, कस्बों और औद्योगिक क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर हुई। बेहतर रेल सेवाओं से छात्रों, कामकाजी लोगों, व्यापारियों और किसानों सभी को सीधा लाभ मिला है। ऐसे में इन सभी सफलताओं को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 2025 को रेलवे विकास के लिहाज से ऐतिहासिक बताते हुए कहा है कि‍ रेलवे परियोजनाओं ने मध्य प्रदेश के विकास को नई पटरी दी है। ओबेदुल्लागंज की कोच निर्माण इकाई से लेकर नई रेल लाइनों तक, 2025 में जो काम हुआ है, वह रोजगार, उद्योग और कनेक्टिविटी तीनों को मजबूती देगा। यह वर्ष मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर और औद्योगिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर है।

आर्थिक लाभ और भविष्य की संभावनाएंरेलवे परियोजनाओं से मध्य प्रदेश को दीर्घकालिक आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है। बेहतर रेल नेटवर्क से माल परिवहन सस्ता और तेज होगा, जिससे उद्योगों की लागत घटेगी। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और नए निवेश आकर्षित होंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, मजबूत रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर से राज्य की अर्थव्यवस्था में आने वाले वर्षों में 1 से 2 प्रतिशत तक अतिरिक्त वृद्धि संभव है।

कुल मिलाकर, 2025 का ये वर्ष मध्य प्रदेश के लिए रेलवे के दृष्टिकोण से बेहद खास, सफल और परिवर्तनकारी वर्ष साबित हुआ है। कोच निर्माण की शुरुआत, अरबों रुपये की परियोजनाएं, नई रेल लाइनों की मंजूरी, आमान परिवर्तन और ट्रेनों की सौगात इन सभी ने मिलकर राज्य को रेलवे विकास की अग्रिम पंक्ति में ला खड़ा किया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. मयंक चतुर्वेदी

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