
नई दिल्ली, 6 दिसंबर (हि.स.)। इंडिगो की उड़ानें रद्द होने या देरी से उड़ान भरने के चलते पांचवें दिन भी लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। देशभर के एयरपोर्ट पर यात्री बेहाल दिखे, जिनमें कुछ विदेशी भी शामिल थे। आज 800 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं। कई उड़ानों में विलंब हुआ और यात्रियों का सामान भी लापता होने की शिकायतें सामने आईं। इंडिगो संकट के बीच अन्य एयरलाइंस के किराए बढ़ाने पर सरकार ने सख्ती दिखाई है साथ ही यात्रियों को रिफंड देने पर भी इंडिगो को सख्त निर्देश दिए हैं।
चालक दल की कमी के कारण इंडिगो ने शुक्रवार को 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द कीं थी। इससे हवाई किराए सामान्य सीमा से तीन से चार गुना बढ़ गए। इंडिगो देश के लगभग दो-तिहाई घरेलू हवाई ट्रैफिक को नियंत्रित करता है और रोज़ाना लगभग 2,300 फ्लाइट्स संचालित करता है। इस बीच इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए देर रात जारी बयान में माफी मांगी थी और 10 से 15 दिसंबर के बीच उड़ानों की स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जताई थी।
इसी बीच इंडिगो ने कहा है कि हाल की घटनाओं देखते हुए ग्राहकों के सभी कैंसलेशन का रिफंड उनके ओरिजिनल पेमेंट मेथड से ऑटोमैटिकली प्रोसेस किया जाएगा। पांच से 15 दिसंबर के बीच यात्रा के लिए बुकिंग के सभी कैंसलेशन/रीशेड्यूल रिक्वेस्ट पर पूरी छूट दी जाएगी। इंडिगो पूरे नेटवर्क में अपने ऑपरेशंस को वापस पटरी पर लाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। हमारी टीमें शेड्यूल को ठीक करने, देरी को कम करने और इस दौरान कस्टमर्स को सपोर्ट करने पर फोकस कर रही हैं। आज कैंसल होने वाली फ्लाइट्स की संख्या 850 से कम हो गई है, जो कल के मुकाबले काफी कम है। हम अगले कुछ दिनों में इस संख्या को धीरे-धीरे और कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
डीजीसीए और सरकार की सख्ती
देशभर में इंडिगो की उड़ानों में हो रही देरी और फ्लाइट कैंसिलेशन के बीच विमानन नियामक डीजीसीए ने संकटग्रस्त इंडिगो को कई छूट देकर उसका परिचालन सामान्य करने में मदद की है। इससे एयरलाइन की उड़ान सेवा अब पटरी पर आ रही है। इंडिगो की उड़ान संकट के बीच हवाई किराया आसमान छूने लगा। कोलकाता-मुंबई उड़ान का किराया 90 हजार रुपये हो गया। वहीं यात्रियों से अत्यधिक किराया वसूलने वाली अन्य एयरलाइनों पर सख्ती दिखाते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी प्रभावित मार्गों पर हवाई किराए की अधिकतम सीमा तय कर दी।
मंत्रालय की ओर से सभी एयरलाइंस को एक आधिकारिक निर्देश जारी किया गया है, जिसमें अब तय की गई किराए की अधिकतम सीमा का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया गया है। आदेश के मुताबिक, एयरलाइन तय की गई इस नई सीमा से ज़्यादा किराया नहीं वसूल सकतीं। यह नियम तब तक लागू रहेगा जब तक इंडिगो की स्थिति पूरी तरह से सुधर नहीं जाती और उड़ानें सामान्य नहीं हो जातीं। निर्देश के मुताबिक 500 किमी तक अधिकतम किराया 7500 रुपये, 500 से 1000 तक 12 हजार रुपये, 1000 से 1500 तक 15 हजार रुपये और 1500 से ज्यादा किमी पर 18 हजार रुपये तय किया गया।
रिफंड, सामान और नियमों पर मंत्रालय के आदेश
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि रद्द या रुकी हुई सभी उड़ानों का रिफंड प्रक्रिया रविवार रात 08 बजे तक हर हाल में पूरा हो जाना चाहिए। एयरलाइन अब उन यात्रियों से कोई दोबारा बुकिंग का शुल्क नहीं लेगी, जिनकी यात्रा योजना रद्द होने से प्रभावित हुई है। मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि पैसे वापसी में थोड़ी भी देरी या नियमों का उल्लंघन होने पर तुरंत कानूनी, नियामक कार्रवाई की जाएगी।
मंत्रालय ने इंडिगो को कहा है कि कैंसल या देरी के कारण यात्रियों से अलग हुए सभी सामान का पता लगाया जाए और अगले 48 घंटों के भीतर उनके घर के पते पर डिलीवर किया जाए। अगर जरूरी हुआ तो एयरलाइन को मौजूदा नियमों के तहत यात्रियों को मुआवजा भी देना होगा। मंत्रालय ने कहा है कि वे इस पूरे संकट के दौरान यात्रियों के अधिकारों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है। वरिष्ठ नागरिकों, बीमार, छात्र और जरूरी यात्रा वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए निगरानी और सख्ती कर दी गई है। मंत्रालय जल्द से जल्द उड़ानों को पूरी तरह सामान्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अन्य एयरलाइंस की अतिरिक्त उड़ानें
इंडिगो संकट के बीच टाटा की अगुवाई वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया और उसकी सहयोगी एयरलाइंस एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अतिरिक्त उड़ानों का संचालन करने का फैसला किया। एयरलाइंस ने शनिवार को एक बयान में कहा कि एयर इंडिया समूह प्रभावित यात्रियों की मदद के लिए अपनी क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा