- अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, 27 सितंबर को पथसंचलन
- हिंदू पंचांग के अनुसार 2 अक्टूबर को बौद्धिक मार्गदर्शन
नागपुर, 23 सितंबर (हि.स.) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपने सभी पर्व और उत्सव पारंपरिक हिंदू पंचांग के अनुसार मनाता है। किंतु इस वर्ष, संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में, एक विशेष प्रयास करते हुए अंग्रेजी कैलेंडर की तारीख और हिंदू पंचांग की तिथि दोनों के मेल का संतुलन स्थापित किया गया है।
पंचांग तिथि और अंग्रेजी तारीख का समन्वय
संघ की स्थापना 27 सितंबर 1925 को डॉ. केशव बळीराम हेडगेवार द्वारा विजयादशमी के दिन, नागपुर में की गई थी। इस बार, शताब्दी वर्ष के अवसर पर संघ ने अंग्रेजी तारीख और पंचांग तिथि में समन्वय स्थापित करते हुए, 27 सितंबर को पथसंचलन आयोजित करने का निर्णय लिया है।
संघ का मुख्य कार्यक्रम 2 अक्टूबर को रेशीमबाग मैदान में आयोजित होगा।
पथसंचलन और कार्यक्रम की रूपरेखा
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने बताया कि इस वर्ष 27 सितंबर को नागपुर शहर के तीन विभिन्न स्थानों से एक साथ पथसंचलन शुरू होगा। इस पथसंचलन में हजारों स्वयंसेवक भाग लेंगे और प्रमुख स्थलों जीरो माइल तथा वरायटी चौक पर शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा।
तीनों दल अंततः वरायटी चौक, सीताबर्डी में एकत्रित होंगे, जहां सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत पथसंचलन का निरीक्षण करेंगे।
मुख्य कार्यक्रम 2 अक्टूबर को
विजयादशमी का मुख्य आयोजन पंचांग के अनुसार, 2 अक्टूबर को रेशीमबाग मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का भाषण होगा तथा सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत भी संबोधित करेंगे। आंबेकर के अनुसार, गत वर्ष विजयदशमी उत्सव में 7,000 स्वयंसेवक गणवेश में उपस्थित थे। इस वर्ष यह संख्या तीन गुना होने की संभावना है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस वर्ष के विजयादशमी उत्सव में अमेरिका, थाईलैंड, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका तथा घाना जैसे देशों से अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग लेंगे। साथ ही, लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता, डेक्कन उद्योग समूह के श्री के. वी. कार्तिक तथा बजाज फिनसर्व के प्रबंध निदेशक श्री संजीव बजाज भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। -------------------------
हिन्दुस्थान समाचार / मनीष कुलकर्णी