नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स, रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन प्रोजेक्ट, लीथियम आयन बैटरी सिस्टम्स की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई के कारोबार में लगी कंपनी पेस डिजिटेक लिमिटेड 819.15 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च कर दिया गया। इस आईपीओ में 30 सितंबर तक बोली लगाई जा सकती है। इश्यू की क्लोजिंग के बाद 1 अक्टूबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। कंपनी के शेयर 6 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे।
आईपीओ के तहत 2 रुपये फेस वैल्यू के 3,74,04,018 नए शेयर जारी किया जा रहा है। आईपीओ में बोली लगाने के लिए 208 रुपये से लेकर 219 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। पेस डिजिटेक लिमिटेड के इस आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर्स कम से कम 68 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें 14,892 रुपये का निवेश करना होगा।
आईपीओ खुलने से एक दिन पहले गुरुवार को पेस डिजिटेक लिमिटेड ने एंकर इनवेस्टर्स से 245.14 करोड़ रुपये जुटाए। इन एंकर इनवेस्टर्स में सोसाइटी जेनरल, बंधन म्यूचुअल फंड, सैमसंग इंडिया, टॉरस म्यूचुअल फंड, सेंट कैपिटल फंड, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस, होलानी वेंचर कैपिटल, सनराइज इनवेस्टमेंट ट्रस्ट और अर्थ एआईएफ समेत 15 इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के नाम भी एंकर बुक में शामिल हुए।
इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए 49.87 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व किया गया है। इसके अलावा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 34.91 प्रतिशत हिस्सा, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (एनआईआई) के लिए 14.95 प्रतिशत हिस्सा और एंप्लॉईज के लिए 0.27 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व है। इस इश्यू के लिए यूनिस्टोन कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर बनाया गया है। वहीं एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को रजिस्ट्रार बनया गया है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 16.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 229.87 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 279.10 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की राजस्व प्राप्ति में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 514.66 करोड़ का कुल राजस्व प्राप्त हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 2,460.27 करोड़ और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 2,462.20 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया।
इस अवधि में कंपनी के कर्ज के बोझ में उतार-चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 192.11 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 493.19 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 में ये कम होकर 160.70 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इस दौरान कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में भी बढ़ोतरी हुई। ये वित्त वर्ष 2022-23 के 313.31 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 534.58 करोड़ रुपये और 2024-25 में 1,134.21 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह ईबीआईटीडीए (अर्निंग बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्सेज, डिप्रेशिएशंस एंड एमॉर्टाइजेशन) वित्त वर्ष 2022-23 के 39.75 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 423.75 करोड़ रुपये और 2024-25 में 505.13 करोड़ रुपये हो गया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक