(अपडेट) सात्विक ग्रीन एनर्जी ने आईपीओ निवेशकों को किया निराश, पहले दिन ही 5 प्रतिशत से अधिक का नुकसान

युगवार्ता    26-Sep-2025
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सात्विक ग्रीन एनर्जी की फ्लैट लिस्टिंग के बाद बना बिकवाली का दबाव


नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। सोलर मॉड्यूल्स बनाने वाली कंपनी सात्विक ग्रीन एनर्जी के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 465 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 5 रुपये के डिस्काउंट के साथ 460 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर बिना किसी बदलाव के 465 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली के दबाव में इस शेयर में और गिरावट आ गई। लगातार हो रही बिकवाली के कारण ये शेयर टूट कर 427.10 रुपये के स्तर तक आ गया। हालांकि बाद में लिवाली का सपोर्ट मिलने पर कंपनी के शेयर निचले स्तर से 12.60 रुपये की रिकवरी करके 439.70 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 5.44 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

सात्विक ग्रीन एनर्जी का 900 करोड़ रुपये का आईपीओ 19 से 23 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 6.93 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 11.41 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 10.57 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 2.81 गुना और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व पोर्शन 5.59 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इस आईपीओ के तहत 700 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 2 रुपये फेस वैल्यू वाले 43,01,075 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ में नए शेयरों की बिक्री के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी ओडिशा के गोपालपुर में 4 गीगावाट की सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने, पुराने कर्ज का बोझ कम करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 4.75 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 100.47 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 213.93 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 88 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 2,192.47 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ता गया। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 144.49 करोड़ रुपये, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में बढ़ कर 263.42 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज उछल कर 458.10 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 16.89 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 263.42 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 458.10 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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