नई दिल्ली, 27 सितंबर (हि.स.)। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने आज यहां के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में अखिल भारतीय मुस्लिम महासम्मलेन का आयोजन किया। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से उलमा, सूफी, बुद्धिजीवी, शिक्षाविद एक मंच पर एकत्रित हुए। सम्मेलन में देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से लगभग 12 हज़ार लोगों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुरान-ए-पाक की तिलावत से किया गया।
इस महासम्मलेन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. शाहिद अख्तर, वक्फ संशोधिन विधेयक पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के चेयरमैन सांसद जगदंबिका पाल, अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख मौलाना उमैर इलियासी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्य नारायण जटिया के अलावा क्षेत्रीय, प्रांतीय एवं राष्ट्रीय संयोजकों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि इस महासम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य मुस्लिम नेतृत्व की नई रणनीति बनाना, राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर चर्चा करना, सामाजिक सुधार को बढ़ावा देना और एक ठोस रूपरेखा तैयार करना है, जिससे समुदाय की आकांक्षाओं को भारत की विकास यात्रा से जोड़ा जा सके। इंद्रेश कुमार ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म, समुदाय या रंग नहीं होता बल्कि यह एक शैतानी विचारधारा है। इंद्रेश कुमार ने नए वक्फ कानून की भी सराहना की और तीन तलाक जेसे मामलों पर भी अपने विचार प्रकट किए।
प्रो. शाहिद अख्तर ने सभी लोगों से आग्रह किया कि एक बनें और नेक बनें, मुहिम को आगे ले जाएं। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अनाथ बच्चों को गोद लेकर उन्हें तालीम से जोड़ रहा है। देश से नफरत और कट्टरता को मिटाना और मुल्क को अमन और भाईचारे के रास्ते पर ले जाना ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच और हम सभी का उद्देश्य है।
मौलाना उमैर अहमद इलियासी ने कहा कि हमें अपने राष्ट्र को एक परिवार की तरह लेकर चलना होगा। कश्मीर में अनुच्छेद-370 के हटने के बाद वहां बहुत खुशहाली आई है। इससे वहां पर्यटन भी काफी बढ़ा है। वक़्फ के मसले में संशोधन एक प्रक्रिया है, उसके अंदर संशोधन हुआ है। कानून में संशोधन के ज़रिए मुसलमानों तक उनका ह़क पहुंचा है। उन्होंने सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हम सभी यहां एक राष्ट्रवादी हित के लिए जमा हुए हैं और यह आयोजन भारत की दिशा बदल देगा।
मंच के संयोजक मोहम्मद अफजा़ल ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच लगातार देशहित के लिए काम कर रहा है। हमनें गोरक्षा पर कार्यक्रम किए, संविधान के अनुच्छेदा-37, 35ए और तीन तलाक पर काम किया। इन सभी मुद्दों पर हमने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार के मार्गदर्शन में काम किया।
सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने हमेशा उन ताकतों को जवाब दिया है जो भारत को बांटने का सपना देखते हैं। उन्होंने वक्फ सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार वक्फ की एक-एक इंच जमीन का डिजिटलीकरण कर रही है ताकि यह मुसलमानों के हित में काम आए। अजमेर शरीफ दरगाह के चेयरमैन ख्वाजा नसरुद्दीन ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे न्यायप्रिय देश है जहां हर नागरिक को बराबरी का अधिकार प्राप्त है।
हिन्दुस्थान समाचार/अब्दुल वाहिद
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहम्मद शहजाद