शंकर महादेवन ने संघ गीतों की भावनाएं सटीकता से पहुंचाईं : सरसंघचालक

युगवार्ता    28-Sep-2025
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डॉ. मोहन भागवत , सरसंघचालक


नागपुर, 28 सितंबर 2025 (हि.स.) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन की प्रशंसा करते हुए कहा कि महादेवन ने संघ के गीतों का भावपूर्ण प्रस्तुतीकरण किया। सरसंघचालक ने उनकी मुक्तकंठ से सराहना की। सरसंघचालक ने कहा कि शंकर महादेवन ने अपने सरगम के माध्यम से संघ गीतों की आत्मा और भावनाओं को अत्यंत सटीकता से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

नागपुर के सुरेश भट सभागार मे रविवार को शंकर महादेवन द्वारा चुनिंदा संघ गीतो का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में शंकर महादेवन ने 'बलसागर भारत हो', 'हम करें राष्ट्र आराधन', 'एकता, स्वतंत्रता, समानता रहे, देश में चरित्र की महानता रहे', 'सूरसंगम, ताल संगम, हृदय का संगम, हम सब मिलकर गाएं वंदे मातरम्', 'विश्व में गूंजे हमारी भारती, जन जन उतारे आरती' जैसे कई संघ गीतों का गायन किया।

संगीत समारोह के उपरांत डॉ भागवत ने कहा की, “संघ गीत गाना केवल सुर और ताल का विषय नहीं है, बल्कि यह एक तपस्या है। इन गीतों के शब्दों में स्वयंसेवकों के जीवन का त्याग और समर्पण समाहित होता है।

बकौल सरसंघचालक शंकर महादेवन ने स्वयंसेवक की तन्मयता से इन गीतों को प्रस्तुत किया, जो अत्यंत कठिन कार्य है। उन्होंने आगे बताया कि संघ के पास देश की सभी प्रमुख भाषाओं में लगभग 25 हजार से अधिक गीतों का भंडार है। डॉ भागवत ने बताया की, “गीतों में न केवल शब्दों की सुंदरता होती है, बल्कि उनमें भावनाओं की शक्ति भी होती है। जब शब्दों को संगीत का साथ मिलता है, तो वे सीधे हृदय तक पहुंचते हैं।”

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन अभिनेता शरद केलकर ने प्रभावशाली अंदाज में किया, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और भी बढ़ गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / मनीष कुलकर्णी

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