मुंबई, 29 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि पंडित दीनदयाल सेवा प्रतिष्ठान एकात्म मानव दर्शन और अंत्योदय का प्रतीक है। समाज के गऱीब, वंचित और दुर्बल वर्ग को मुख्यधारा में लाकर उनके सर्वांगीण विकास के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया। उनके एकात्म मानव दर्शन और अंत्योदय के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का प्रतीक पंडित दीनदयाल सेवा प्रतिष्ठान काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने यवतमाल में दीनदयाल सेवा प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यवतमाल में करीब 25 वर्ष पूर्व प्रारंभ हुई यह संस्था आज एक विशाल वटवृक्ष के समान विकसित हो चुकी है। आत्महत्या-पीडि़त किसानों के परिवारों की महिलाओं और पिछड़े पारधी समाज को यह संस्था सहारा दे रही है। फडणवीस ने दीनदयाल उपाध्याय के जीवन के कई पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी शिक्षा पूरी की। सरकारी नौकरी का अवसर होने के बावजूद उन्होंने समाज सेवा का मार्ग चुना। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुडऩे के बाद वे पूर्णकालिक कार्यकर्ता बने। जनसंघ की स्थापना के बाद उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय महामंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे बड़े पदों की जिम्मेदारी संभाली, फिर भी वे सादगी और त्यागपूर्ण जीवन जीते रहे। उन्होंने बताया कि उस समय विश्व में पूंजीवाद और साम्यवाद का बोलबाला था, लेकिन दीनदयालजी ने एक तीसरा मार्ग प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि भारतीय जीवन पद्धति में ही सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन का उत्तर निहित है। एकात्म मानव दर्शन का मूल तत्व अंत्योदय है यानी समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास से ही राष्ट्र का विकास संभव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसी विचारधारा पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने गऱीबों के लिए घर, शौचालय, गैस, बिजली और रोजग़ार जैसी योजनाएं शुरू कीं, जिससे पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए और भारत 11वें स्थान से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया।
इस अवसर पर मृदा एवं जलसंवर्धन मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री संजय राठोड़, आदिवासी विकास मंत्री प्रो. डॉ. अशोक वुइके, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर, पूर्व विधायक मदन येरावार, प्रतिष्ठान के अध्यक्ष नरहर देव, पदाधिकारी ज्योति चव्हाण, डॉ. मनोज पांडे, विजय कद्रे, मनीष गंजीवाले, गजानन परसोडकर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव