काकीनाडा, 30 सितंबर (हि.स.)। श्रीलंका की जाफना जेल से रिहाल चारों मछुआरे मंगलवार सुबह आंध्र प्रदेश के काकीनाडा पहुंच गए हैं। काकीनाडा के मछुआरे, जो नेविगेशन सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण गलती से श्रीलंकाई जलक्षेत्र में प्रवेश कर गए थे और 52 दिनों तक वहां जेल में रहे थे, आज अपने परिवार के सदस्यों से मिले हैं।
चार अगस्त को काकीनाडा के जगन्नाथपुरम क्षेत्र के ब्रह्मानंदम सहित तीन अन्य मछुआरों को श्रीलंकाई तटरक्षक अधिकारियों ने अवैध रूप से उनके जलक्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में हिरासत में लिया था। बाद में उन्हें जाफना जेल में रखा गया था।
काकीनाडा के सांसद उदय श्रीनिवास ने श्रीलंका में भारतीय महावाणिज्य दूत साई मुरली से बात की थी और स्थिति से अवगत कराया थी। उन्होंने समय-समय पर दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क किया और मछुआरों की रिहाई के लिए कदम उठाने का दबाव बनाया। श्रीलंका में भारतीय राजनयिक अधिकारियों ने व्यापक विचार-विमर्श किया और मछुआरों की ओर से कानूनी लड़ाई लड़ी और उन्हें रिहा करवाया।
चार मछुआरे जाफना में गुरुवार को जेल से रिहा हुए और मंगलवार को नाव से समुद्र के रास्ते काकीनाडा पहुंचे। स्थानीय विधायक कोंडाबाबू और सांसद उदय श्रीनिवास ने काकीनाडा पहुंचकर मछुआरों का स्वागत किया। मछुआरों ने सुरक्षित रिहाई पर खुशी जताई।
राज्य के कृषि एवं मत्स्य पालन मंत्री अत्चन्नायडू ने भी चारों मछुआरों के काकीनाडा पहुंचने पर खुशी जताई। मंत्री ने भविष्य में
मछुआरों को मछली पकड़ते समय उचित सावधानी बरतने की सलाह दी।
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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव