नई दिल्ली, 30 सितंबर (हि.स.)। बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और बीमा इंडस्ट्री को पेमेंट सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी शेषसाई टेक्नोलोजीज के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री की। हालांकि लिस्टिंग के बाद मुनाफा वसूली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के आईपीओ निवेशकों की खुशी फीकी पड़ गई।
आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 423 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 3 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 436 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 2 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 432 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से ये शेयर उछल कर 437.45 रुपये के स्तर तक पहुंचा, लेकिन इसके बाद मुनाफावसूली के चक्कर में बिकवाली शुरू हो जाने के कारण इसकी चाल में गिरावट आ गई। सुबह 11:30 बजे तक का कारोबार होने के बाद कंपनी के शेयर 416.20 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे। इस तरह अभी तक के कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 1.61 प्रतिशत का नुकसान हो चुका है।
शेषसाई टेक्नोलोजीज का 813.07 करोड़ रुपये का आईपीओ 23 से 25 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से शानदार रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 69.94 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 189.49 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 51.43 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 9.46 गुना और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व पोर्शन 9.50र गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 480 करोड़ रुपये के 1,13,47,588 नए शेयर जारी किए गए हैं।
इसके अलावा 333.07 करोड़ रुपये के 78,74,015 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ में नए शेयरों की बिक्री के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का विस्तार करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की आय 6 प्रतिशत घट कर 1,473.62 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले ये 1,569.67 करोड़ रुपये थी। दूसरी ओर, कंपनी का शुद्ध मुनाफा 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 222.32 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 169.28 करोड़ रुपये था। इसी तरह ईबीआईटीडीए (अर्निंग बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्सेज, डिप्रेशिएशंस एंड एमॉर्टाइजेशन) 370.37 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 303.01 करोड़ रुपये था। प्रॉस्पेक्टस में दी गई जानकारी के अनुसार कंपनी पर वित्त वर्ष 2024-25 में 378.68 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक